ग्रहों का व्यक्ति के जीवन में विशेष महत्व होता है. जीवन की अच्छी-बुरी घटनाओं का परिणाम ग्रहों से संबंधित होता है. ज्योतिष के अनुसार सभी ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते हैं. इस राशि परिवर्तन से लोगों की कुंडली में ग्रहों का शुभ-अशुभ परिणाम देखने को मिलते हैं. ज्योतिष के अनुसार 10 अप्रैल से 16 अप्रैल के अंदर चार बड़े गोचर होने वाले हैं. इन सात दिनों में होने वाले गोचर का देश-दुनिया पर गहरा प्रभाव पड़ने वाला है. आइए जानते हैं इसके बारे में....
शुक्र का मेष राशि में गोचर- शुक्र ग्रह 10 अप्रैल 2021 के मीन राशि से निकलकर मेष राशि में गोचर करेंगे. मेष राशि में शुक्र का गोचर सामान्य प्रभाव लेकर आएगा. इस राशि परिवर्तन के होने से लोगों को भावनात्मक रूप से संघठित होते हुए देखा जा सकता है. भौतिक इच्छाओं की पूर्ति होने की संभावना है. इस राशि में गोचर से प्रेम-संबंध में मधुरता आएगी. जीवन में मान-सम्मान बढ़ेगा. हालांकि, नारिवाद से जुड़ी कुछ समस्याएं आ सकती हैं. इस दौरान घर-परिवार में प्रेम संबंध मधुर होंगे. आपसी वाद-विवाद कम होंगे. इस अवधि में लोगों को ईर्ष्या, धन खर्च और अधिकार जताने के भाव से बचें.
सूर्य का मेष राशि में गोचर- सूर्य को ग्रहों का राजा कहा जाता है. 14 अप्रैल 2021 को सूर्य मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेंगे. इस गोचर से मेष राशि के जातकों को सफलता की प्राप्ति होगी. मान सम्मान बढ़ेगा. प्राधिकार में बढ़ोतरी की संभावना हो सकती है. कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी. आपके स्वभाव में उग्रता और श्रेष्ठा का भाव आ सकता है. इस अवधि के दौरान किसी भी वाद-विवाद की स्थिति से बचने की सलाद दी जाती है. भ्रम से बचें और वास्तविकता में जीने की कोशिश करें.
बुध का मेष राशि में गोचर- ज्योतिष के अनुसार बुध ग्रह का उच्च राशि में गोचर सकारात्मक प्रभाव डालता है जबकि नीच राशि में बुध नकारात्मक प्रभाव डालता है. 16 अप्रैल 2021 को बुध मीन राशि से मेष राशि में प्रवेश करेगा. इसका प्रभाव लोगों के व्यवहार पर पड़ेगा. आपके स्वभाव में बदलाव आ सकते हैं. विरोधी बढ़ने की आंशका है. आपके व्यवहार में जिद्द का भाव आ सकता है. हालांकि, आपको अति आत्मविश्वास से बचना चाहिए. इस राशि के लोग प्रतियोगिता के क्षेत्र में अधिक रूचि ले सकते हैं. ऐसे व्यक्ति दूसरों की सलाह को सम्मान देने के साथ-साथ अपनी बात का भी सम्मान प्राप्त करना चाहेंगे.
मंगल का मिथुन राशि में गोचर- मंगल ग्रह अग्नि तत्व है. इसे ऊर्जा और साहस का कारक भी माना जाता है. मंगल ग्रह 14 अप्रैल 2021 को वृषभ राशि से निकल कर मिथुन राशि में गोचर करेगा. इस राशि में गोचर होने से कई बदलाव का सामना करना पड़ सकता है. लोगों के बीच भ्रम की स्थिति पैदा हो सकती है. इस कारण वे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में असफल हो सकते हैं. सुस्ती, थकावट, दर्द, असुरक्षा का भाव और एकाग्रता की कमी आदि समस्याएं पैदा हो सकती हैं. इस अवधि के दौरान लोगों को भ्रमित ना होकर वास्तविकता से जुड़े रहने की सलाह दी जाती है. इसके य्लावा कई शुभ परिणाम भी मिल सकते हैं. मान-सम्मान, प्रतिष्ठा और प्रोत्साहन की प्राप्ति हो सकती है. नौकरी के नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं.
अप्रैल महीने में सभी राशियां किस तरह होंगी प्रभावित- 10 अप्रैल से लेकर महीने के अंत तक ग्रहों का गोचर एक राशि से दूसरी राशि में चलता रहेगा. शुक्र, सूर्य और बुध ग्रह का गोचर मेष राशि में होगा. मंगल ग्रह वृष राशि से मिथुन राशि में प्रवेश करेगा. इस पूरे महीने में राहु वृषभ राशि में विराजमान रहेगा और केतु वृश्चिक राशि में मौजूद रहेगा. अप्रैल का महीना मेष, मिथुन, तुला, मकर, कुंभ और सिंह राशि के जातकों के लिए बेहद शुभ होने वाला है. जबकि कर्क, कन्या और वृश्चिक राशि के जातकों को इस दौरान परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. वहीं वृषभ, धनु और मीन राशि के लिए यह महीना मिश्रित परिणाम देने वाला साबित हो सकता है. 16 अप्रैल 2021 से लेकर महीने के अंत तक सूर्य, बुध और शुक्र, मेष राशि में मौजूद होकर आपस में युति कर रहे हैं. इसका अच्छा-बुरा परिणाम कुछ राशियों के साथ-साथ देश-दुनिया पर भी देखने को मिलेगा. मेष राशि वालों को नए अवसर और सफलता की प्राप्ति भी हो सकती है.
देश-दुनिया पर असर- इन गोचरों का प्रभाव देश पर भी देखने को मिलेगा. इस दौरान भारत सरकार कई बड़े कदम उठा सकती है. दसवें भाव में शनि अपनी स्वराशि में होने की वजह से देश के मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी. बृहस्पति के ग्यारहवें भाव में होने के कारण पड़ोसी देशों के साथ संबंध अच्छे होंगे. अप्रैल से लेकर जुलाई के महीने के बीच देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में कोरोना वायरस के खतरे को कम करने के प्रयास में प्रगति आ सकती है. अप्रैल से लेकर सितम्बर तक रोजगार के क्षेत्र में बढ़ोतरी की संभावना है. शनि की उपस्थिति के कारण देश रियल एस्टेट के क्षेत्र में बेहतर उन्नति कर सकता है.