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Mangal Gochar 2022: मंगल दे रहे अमंगल के संकेत, धनु राशि में गोचर इन 5 राशियों के लिए रहेगा भारी

Mangal Gochar 2022: युद्ध के कारक ग्रह मंगल इन दिनों अपनी आधिपत्य राशि वृश्चिक में हैं. 45 दिन बाद मंगल देव इस राशि से निकलकर धनु राशि में प्रवेश कर रहे हैं. ज्योतिषाचार्य के अनुसार मंगल का धनु राशि में गोचर 5 राशियों के जीवन में उथल-पुथल मचा सकता है. मंगल ग्रह को कालपुरुष कुंडली में पहले और आठवें भाव का स्वामी माना जाता है. धनु राशि में मंगल काफी प्रभावशाली हो जाता है, ऐसे में यह सभी जातकों के जीवन में बड़े बदलाव लेकर आता है.

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Mangal Gochar 2022
Mangal Gochar 2022
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 5 राशियों के जीवन में उथल-पुथल मचाएगा मंगल
  • 16 जनवरी को धनु राशि में हो रहा मंगल का गोचर

Mangal Gochar 2022: मंगल ग्रह का गोचर 16 जनवरी, दिन रविवार को दोपहर 3 बजकर 26 मिनट पर धनु राशि में होगा. ज्योतिष में ग्रहों का गोचर बहुत ही महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है क्योंकि इसका सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव मनुष्य समेत सृष्टि के हर एक जीव पर पड़ता है. मंगल को पुरुषार्थ, अन्वेषण, साहसिक कार्य और रचनात्मकता का ग्रह माना जाता है. मंगल धनु राशि में काफी प्रभावशाली हो जाता है, जो सभी जातकों के जीवन में बड़े बदलाव लेकर आता है. ज्योतिषाचार्य के अनुसार, मंगल का धनु राशि में गोचर 5 राशियों के जीवन में उथल-पुथल मचा सकता है.  

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वृषभ (Taurus): वृष राशि के जातकों के सातवें और बारहवें भाव का स्वामी मंगल है. धनु राशि में गोचर के दौरान यह आपके आठवें यानी कि अप्रत्याशित लाभ/हानि, पैतृक संपत्ति और गूढ रहस्य के भाव में गोचर करेगा. इस दौरान स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं. आशंका है कि इस दौरान आप चोटिल हो सकते हैं, ऐसे में आपको सड़क पर वाहन चलाते या पैदल चलते वक़्त सावधान रहने की सलाह दी जाती है.

कन्या (Virgo): कन्या राशि के जातकों के लिए मंगल तीसरे और आठवें भाव का स्वामी माना जाता है.  इस गोचर के दौरान यह आपके चतुर्थ भाव यानी कि माता, आराम और भोग विलास के भाव में गोचर करेगा. इस अवधि के दौरान आशंका है कि आपको बहुत अनुकूल परिणाम नहीं मिलेंगे, क्योंकि आपका आपके रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो सकता है. इस गोचर के दौरान आपको यह सलाह दी जाती है कि आप स्वयं को शांत रखने की कोशिश करें.

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तुला (Libra): मंगल ग्रह तुला राशि के जातकों के दूसरे और सातवें भाव का स्वामी माना जाता है. इस गोचर के दौरान आपके तीसरे भाव यानी कि भाई बहन, छोटी अवधि की यात्रा और साहस के भाव में गोचर करेगा. इस अवधि में तुला राशि के जातक किसी भी कार्य को करते वक्त सावधान रहें.  व्यवसाय या ग्राहकों को प्रभावित करने वाली किसी परिस्थिति से निपटते वक्त आप व्यावहारिक होकर ही कोई फैसला लें. 

वृश्चिक (Scorpio): मंगल आपके पहले और छठे भाव का स्वामी माना जाता है और इस गोचर के दौरान मंगल वृश्चिक राशि के जातकों के दूसरे भाव यानी कि परिवार, भाषा और धन संचय के भाव में गोचर करेगा. वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बहुत शुभ नहीं रहेगी. आपके द्वारा किए गए प्रयासों में आपको निराशा हाथ लग सकती है जिसकी वजह से आपके अंदर दूसरों के प्रति जलन और बदले की भावना पैदा हो सकती है.

मकर (Capricorn): मंगल ग्रह मकर राशि के जातकों के चौथे और ग्यारहवें भाव का स्वामी है. इस गोचर के दौरान यह आपके बारहवें भाव यानी कि अध्यात्म, विदेशी लाभ, खर्च, मोक्ष आदि के भाव में गोचर करेगा. मंगल गोचर की इस अवधि में आपके खर्चों में बढ़ोतरी होने की आशंका है. आपके घर के किसी सदस्य का स्वास्थ्य खराब होने की आशंका है. इस अवधि के दौरान कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है.

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