आज शाम 7 बजकर 3 मिनट पर सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2020) लगने वाला है. ये ग्रहण रात 12 बजकर 23 मिनट पर खत्म होगा. ये सूर्य ग्रहण दक्षिणी अफ्रीका, अधिकांश दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक और हिंद महासागर और अंटार्कटिका में पूर्ण रूप से नजर आएगा लेकिन भारत में ये नजर नहीं आएगा. हालांकि सूर्य पर ग्रहण लगने का प्रभाव सभी जातकों पर पड़ेगा. आइए जानते हैं कि सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं.
ग्रहण के समय भोजन और पानी का सेवन नहीं करना चाहिए. कहा जाता है कि ग्रहण के समय व्यक्ति की पाचन शक्ति बहुत कमजोर हो जाती है. ऐसे में भोजन करने से व्यक्ति के बीमार पड़ने की अधिक संभावना रहती है.
ग्रहण के दौरान किसी भी शुभ काम की शुरुआत करने से उस काम में असफलता ही मिलती है. इसलिए ग्रहण लगने पर कोई भी शुभ काम न करें.
ग्रहण के दौरान बालों में कंघी, दांतों की सफाई और नाखून काटना अशुभ माना जाता है. ग्रहण काल के दौरान कभी भी सोना नहीं चाहिए.
गर्भवती महिलाओं को ग्रहण की छाया से बचने की सलाह दी जाती है. मान्यता है कि ग्रहण की छाया का प्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है और इससे उसे नुकसान पहुंच सकता है.
ग्रहणकाल के दौरान चाकू, छुरी जैसे तेज किनारों वाली वस्तुओं का प्रयोग ना करें. इस समय किसी भी तरह की सिलाई-कढ़ाई का काम करना शुभ नहीं माना जाता है.
ग्रहण काल में पहले से कटे हुए सब्जी और फलों का प्रयोग नहीं करना चाहिए. ग्रहण काल में इन्हें अशुद्ध माना जाता है.
ग्रहण काल में क्या करें- सूर्य ग्रहण शुरू होने से पहले खुद को शुद्ध कर लें. ग्रहण काल से पहले आपको स्नान करके शुद्ध हो जाना चाहिए.
ग्रहण काल में अपने इष्ट देव या देवी की पूजा अर्चना कर सकते हैं. आज सोमवती अमावस्या है तो आज आप शंकर भगवान की भी पूजा आज कर सकते हैं. ग्रहण काल के दौरान सूर्य देव के मंत्र का जाप करें.
सूर्य ग्रहण में दान करना बहुत अच्छा माना जाता है. सूर्य ग्रहण समाप्त होने पर गंगाजल का छिड़काव कर घर को शुद्ध कर लें. ग्रहण खत्म होने के बाद एक बार फिर स्नान कर लें. आप किसी भी धार्मिक ग्रंथ का पाठ कर सकते हैं.
अगर आपको ग्रहण काल के दौरान खाने-पीने की किसी चीज का इस्तेमाल करना है तो उसमें तुलसी का पत्ता डाल लें. तुलसी का पत्ता डालने के बाद ये चीजें शुद्ध हो जाती हैं.