महानवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की उपासना से सभी नौ ग्रहों की शांति के उपाय भी अचूक होते हैं. आज के दिन इन उपायों को करने से कुंडली की दशा सुधारी जा सकती है.
- मां सिद्धिदात्री के सामने घी का चौमुखी दीपक जलाएं.
- संभव हो तो मां को कमल का फूल अर्पित करें
- कमल का फूल ना मिल पाए तो कोई भी लाल फूल अर्पित करें
- इसके बाद मां सिद्धिदात्री को क्रम से मिश्री, गुड़, हरी सौंफ, केला, दही, देसी घी और पान का पत्ता अर्पित करें
- फिर देवी मां से सभी ग्रहों को शांत करने की प्रार्थना करें
आज के दिन की दुर्गा पूजा को अति शुभकारी बनाने के लिए हम आपको बताने जा रहे हैं नवमी तिथि का महामंत्र. कहते हैं कि केवल इस मंत्र के जाप से भी सभी सिद्धियों की प्राप्ति हो सकती है.
मां सिद्धिदात्री का सबसे प्रभावी मंत्र
सिद्धगन्धर्वयक्षाद्यैरसुरैरमरैरपि,
सेव्यमाना सदा भूयात सिद्धिदा सिद्धिदायिनी।
मां सिद्धिदात्री में सभी नौ देवियों का अंश होता है. इसलिए नवमी तिथि को देवी के बीज मंत्र के जाप से प्रसन्न होती हैं.
देवी का बीज मंत्र
ऊं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे नमो नमः ।।
मां सिद्धदात्री की पूजा में हवन करने के लिए दुर्गा सप्तशती के सभी श्लोकों का भी प्रयोग किया जा सकता है. तो आप भी देवी के परमशक्तिशाली मंत्रों का जाप करके उनकी महाकृपा के भागी बन सकते हैं.