भैरव कलियुग के जागृत देवता हैं. इनकी आराधना भी बहुत मुश्किल नहीं है. ऐसे परम कृपालु और जल्दी प्रसन्न होने वाले भैरव देव की उपासना से आपका उद्धार अवश्य होगा. इनकी उपासना से राहु-केतु जैसे दुष्ट ग्रहों की पीड़ा शांत होती ही है. साथ में कुंडली का मंगल दोष भी दूर हो जाता है. तो आइए जानते हैं भगवान भैरव के वो विशेष प्रभावी मंत्र जिनके जाप से खुलेंगे सुख और मुक्ति के द्वार....
भगवान भैरव के विशेष मंत्र
-"ॐ भैरवाय नमः"
-"ॐ ह्रीं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ॐ"
- "ॐ भं भैरवाय अनिष्टनिवारणाय स्वाहा"
भैरव महादेव का स्वरूप हैं. इनकी पूजा-अर्चना करने से बल , बुद्धि, तेज , यश और संपन्नता का वरदान मिलता है. श्रीकाल भैरव जीवन की हर बाधा का समूल नाश कर देते हैं. तो आप भी इस भैरव अष्टमी पर श्रीकाल भैरव की उपासना का लाभ जरूर उठाइए.