कर्क लग्न का स्वामी चन्द्रमा माना जाता है. यह जल तत्व प्रधान लग्न है. सूर्य, चन्द्रमा, बृहस्पति और मंगल इस लग्न के मित्र होते हैं जबकि बुध और शनि परम शत्रु हैं. शुक्र इस लग्न के लिए समभाव रखता है.
कर्क लग्न की विशेषतायें क्या हैं?
इस लग्न के लोग मध्यम कद के गोल मटोल होते हैं. सामान्यतः इनके चेहरे पर तेज रहता है. ये सामान्यतः भावुक होते हैं, दूसरों की परवाह करते हैं. ये घर के आसपास रहना पसंद करते हैं. इनकी कल्पना और कला की शक्ति अच्छी होती है. इनके पास अध्यात्मिक गुण और अतीन्द्रिय शक्ति भी होती है. शिक्षा, ज्ञान, राजनीति और प्रशासन के क्षेत्र में खूब सफल होते हैं. इनको प्रसिद्धि बहुत आसानी से मिल जाती है. इनका स्वास्थ्य कफ और पित्त से मिला जुला होता है.
कर्क लग्न के लोगों की कमियां और समस्याएं क्या हैं?
सामान्यतः काम के बाद तुरंत आराम करना चाहते हैं. अक्सर इनको पेट की समस्या रहती है. इनको सबसे ज्यादा मानसिक समस्याएं होती हैं. इनका वैवाहिक जीवन आम तौर पर अच्छा नहीं होता है. संतान की तरफ से विरोध और विवाद का सामना करना पड़ता है. निर्णय लेने में अक्सर भावना के शिकार हो जाते हैं. कभी-कभी अत्यधिक भावुक, क्रोधी और ईर्ष्यालु हो जाते हैं. अक्सर सबके साथ होने के बावजूद इनको अकेलेपन का अनुभव होता रहता है.
कर्क लग्न के लोग अपने जीवन को कैसे बेहतर करें?
नियमित रूप से शिव जी की उपासना करें. ध्यान करें, अध्यात्मिक मार्ग पर चलने का प्रयास करें. भावनाओं को अपनी बुद्धि से नियंत्रित करें. विवाह थोड़ा विलम्ब से करें तो बेहतर होगा. सलाह लेकर एक मूंगा धारण करें. लाल, सफ़ेद और पीला रंग आपके लिए अनुकूल होगा. मानसिक समस्या होने पर तुरंत चिकित्सक से सम्पर्क करें.