भारत के 50 श्रद्धालुओं के दूसरे जत्थे ने हाल में सिक्किम के नाथुला में खुले सीमा से गुजरने के बाद तिब्बत में कैलाश मानसरोवर तक की 12 दिन की बस यात्रा शुरू की. यह मार्ग ज्यादा सुरक्षित और ज्यादा सुविधाजनक है.
चीन ने 22 जून को नाथुला मार्ग खोला था, जो कैलाश मानसरोवर जाने के लिए दूसरा मार्ग है. इससे पहले 43 श्रद्धालुओं का पहला जत्था सफल यात्रा के बाद तीन जुलाई को भारत लौटा था.
सरकारी ‘शिन्हुआ’ समाचार एजेंसी ने खबर दी कि चीन के अधिकारियों ने दो हजार किलोमीटर लंबे मार्ग पर आराम करने के लिए चार आश्रय स्थल बनाए हैं. चीन सरकार ने मानसरोवर झील पर एक स्वागत केन्द्र बनाया है, जहां रसोई, स्नानगृह, कंबल और अन्य सुविधाएं उपलब्ध हैं.
कैलाश पर्वत के आधार शिविर पर एक चार सितारा होटल खोला गया है. नाथुला से दूसरे मार्ग को खोले जाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मई में चीन के दौरे पर आधिकारिक घोषणा की थी. इससे ज्यादा भारतीयों को तीर्थयात्रा पर जाने को मौका मिलेगा.