अमरनाथ की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं का पहला जत्था कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार को जम्मू से रवाना होगा. अधिकारियों के मुताबिक इस बार करीब डेढ़ लाख से भी ज्यादा लोगों ने अमरनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है. यह यात्रा अगले 26 दिनों तक चलेगी. श्रद्धालुओं को बता दें कि यह यात्रा अनंतनाग जिले के 36 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग और गांदेरबल जिल के 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से होती है.
श्रद्धालुओं समेत साधु और संत बड़ी संख्या में जम्मू की तरफ रुख कर रहे हैं. इस वर्ष यात्रा करने के लिए तीर्थयात्री काफी ज्यादा उत्साहित नजर आ रहे हैं. जम्मू के मंडल आयुक्त संजीव वर्मा ने बताया कि तीर्थयात्रियों की सुविधा और यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यहां सुरक्षा से जुड़े सभी प्रबंध पूरे कर लिए गए हैं.
जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक एमके सिन्हा ने बताया कि खतरे की आशंका को ध्यान में रखते हुए यात्रा मार्ग पर लखनपुर से लेकर आधार शिविरों, आश्रय केंद्रों, ठहराव स्थानों और सामुदायिक किचन स्थानों पर पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं. श्रद्धालु 15 अगस्त तक बाबा अमरनाथ के दर्शन कर सकेंगे.
एमके सिन्हा ने बताया कि आतंकवादियों की साजिश या किसी योजना को लेकर खुफिया जानकारी नहीं है, लेकिन राज्य के वर्तमान सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए राष्ट्र विरोधी तत्वों के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए सुरक्षा इंतजाम पुख्ता किए गए हैं.