scorecardresearch
 

अमरनाथ की ओर चल पड़े शिवभक्‍त

पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर में दर्शन के लिए जम्मू से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 3,000 से अधिक तीर्थयात्रियों का पहला जत्था गुरुवार को रवाना हुआ.

Advertisement
X

पवित्र अमरनाथ गुफा मंदिर में दर्शन के लिए जम्मू से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 3,000 से अधिक तीर्थयात्रियों का पहला जत्था गुरुवार को रवाना हुआ.

Advertisement

एक अधिकारी ने बताया कि 563 महिलाओं और 37 बच्चों सहित 3,157 यात्रियों के इस जत्थे को राज्य के पर्यटन मंत्री जीए मीर ने जम्मू के आधार शिविर से झंडी दिखा कर रवाना किया. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और कई नागरिक एवं पुलिस अधिकारियों की उपस्थिति के बीच आज सुबह लगभग पौने छह बजे 75 बसों और 21 छोटे वाहनों में सवार होकर यह जत्था यात्री निवास से रवाना हुआ.

मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के तहत हर रोज केवल 15,000 यात्रियों को अमरनाथ जाने की अनुमति दी जाएगी. इसमें से 7,500 पहलगाम और इतनी ही संख्या में बालटाल से यात्री रोजाना रवाना हो सकेंगे राज्य में अपंजीकृत भक्तों की संख्या में भारी बढ़ोतरी को देखते हुए नागरिक प्रशासन ने विभिन्न स्थानों पर पंजीकरण काउंटर स्थापित किया है. एक पर्यटन अधिकारी ने बताया कि हालांकि पंजीकरण का मामला उपलब्धता पर निर्भर करता है. केवल 15,000 यात्रियों को हर दिन तीर्थयात्रा की अनुमति दी गयी है.

Advertisement

उत्तराखंड में कुदरत ने जो तबाही मचायी उसे देखते हुए अमरनाथ यात्रा में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, फिर चाहे मौसम के मिजाज को पढ़ने की बात यो फिर आतंकी हमले से दूर शांति पूर्ण ढंग से अमरनाथ यात्रा को पूरा करने की जिम्मेदारी हो. प्रशासन और सेना दोनों ने ही अपने तैयारी पूरी कर ली है. उत्तराखंड में हुई तबाही से सबक लेते हुए यहां पहले से ही सेना किसी भी प्राकृतिक आपदा से लड़ने के लिए तैयार है. सेना की रेस्क्यू टीम में जवानों को हर तरह की ट्रेनिंग दी जा रही है, इसके साथ ही सही समय पर खराब मौसम की जानकारी मिल सके इसके लिए इस बार यहां 6 एडवांस वेदर वॉर्निंग सिस्टम लगाए गए हैं, जो हर दो घंटे में बदलते मौसम की सूचना देंगे.

वहीं दूसरी ओर अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले की खुफिया रिपोर्ट के बाद सेना और प्रशासन की तरफ से सुरक्षा को लेकर खासा ध्यान दिया जा रहा है. कैंप में सुरक्षा के लिए बीएसफ तैनात है ही, बालटाल और पहलगाम में भी बीएसएफ के जवान हर मुश्किल का सामना करने के लिए तैनात किए गए हैं.

श्राइन बोर्ड ने केदारनाथ यात्रा से एक और सबक लिया है और वो है श्रद्धालुओं के रजिस्ट्रेशन का. अब तक करीब 3 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं का यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन हो गया है. बोर्ड ने तय कर लिया है कि इस बार बिना रजिस्ट्रेशन के किसी को भी अमरनाथ यात्रा नहीं करने दी जाएगी.

Advertisement
Advertisement