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भारी बारिश के बाद मौसम हुआ साफ, दो रास्तों से फिर बहाल हुई अमरनाथ यात्रा

पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि श्रद्धालुओं की पहरेदारी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कर्मी कर रहे हैं. सरकारी अधिकारी ने बताया कि इस साल अमरनाथ यात्रा पिछले साल के 48 दिनों की तुलना में 8 दिन कम होगी और यह 7 अगस्त को श्रवण पूर्णिमा को रक्षा बंधन के दिन खत्म हो जाएगी.

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पहलगाम और बालटाल में रास्ते थे बंद
पहलगाम और बालटाल में रास्ते थे बंद

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अमरनाथ यात्रा शुरू होने के एक दिन बाद ही भारी बारिश के चलते पहलगाम, बालटल दोनों ही मार्ग बाधित हो गए हैं. अमरनाथ श्राइन बोर्ड के एक अधिकारी ने बारिश के चलते दोनों मार्गों पर यात्रा को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि बारिश की वजह से कुछ स्थानों पर रास्तों में फिसलन आ गई है.

अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अधिकारी ने कहा कि बालटल और नुनवान आधार शिविर के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को यात्रा शुरू करने से पहले एसएएसबी के कंट्रोल रूम या हेल्पलाइन से संपर्क कर मौजूदा स्थिति का पता लगाने को कहा गया है. खराब मौसम के बीच कल 6000 श्रद्धालुओं ने कड़ी सुरक्षा के बीच अमरनाथ गुफा में हिमलिंग के दर्शन किए. वहीं रास्ते में पत्थर गिरने से एक श्रद्धालु भूषण कोटवाल की मौत भी हो गई है.

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अमरनाथ यात्रा के लिए 2,481 श्रद्धालुओं का दूसरा जत्था जम्मू से 66 गाड़ियों में यात्रा के दो आधार शिविरों के लिए रवाना हुआ है. इस जत्थे में 1638 पुरुष, 663 महिलाएं और 180 साधू शामिल हैं. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि श्रद्धालुओं की पहरेदारी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कर्मी कर रहे हैं. सरकारी अधिकारी ने बताया कि इस साल अमरनाथ यात्रा पिछले साल के 48 दिनों की तुलना में 8 दिन कम होगी और यह 7 अगस्त को श्रवण पूर्णिमा को रक्षा बंधन के दिन खत्म हो जाएगी.

जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा गुफा मंदिर में पहुंचने वाले शुरुआती लोगों में शामिल थे. वह यात्रा के मामलों का प्रबंध करने वाले अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं. प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने मंदिर के गर्भ गृह में दर्शन किए और प्रथम पूजा समारोह में हिस्सा लिया. वोहरा ने बाबा बर्फानी से राज्य में शांति, मेल, प्रगति और समृद्धि की कामना की है.

 

 

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