scorecardresearch
 

दशहरा न दिवाली, ये तो हर रविवार करते हैं सफाई...

कहते हैं कि जिन घरों में लोग पूरी साफ-सफाई के साथ प्रेमपूर्वक रहते हैं, वहां लक्ष्मी का वास होता है. अंग्रेजी में भी एक कहावत है- Cleanliness is next to Godliness. मतलब साफ है कि स्वच्छता ईश्वरत्व के एकदम निकट है. अक्सर लोग अपने घरों को तो साफ रखते हैं, पर अपने पास-पड़ोस की सफाई पर ध्यान नहीं देते हैं.

Advertisement
X
मान्यता है कि देवी लक्ष्मी साफ-सुथरे घरों में ही आती हैं
मान्यता है कि देवी लक्ष्मी साफ-सुथरे घरों में ही आती हैं

कहते हैं कि जिन घरों में लोग पूरी साफ-सफाई के साथ प्रेमपूर्वक रहते हैं, वहां लक्ष्मी का वास होता है. अंग्रेजी में भी एक कहावत है- Cleanliness is next to Godliness. मतलब साफ है कि स्वच्छता ईश्वरत्व के एकदम निकट है. अक्सर लोग अपने घरों को तो साफ रखते हैं, पर अपने पास-पड़ोस की सफाई पर ध्यान नहीं देते हैं.

Advertisement

एक और तथ्य यह है कि लोग आमतौर पर दिवाली-दशहरा या अन्य किसी उत्सव के अवसरों पर ही अपनी घरों से बाहर साफ-सफाई पर ध्यान देते हैं. लेकिन छत्तीसगढ़ में 'बंच ऑफ फूल्स' ऐसी संस्था है, जो हर रविवार को शहर की साफ-सफाई को निकल पड़ती है.

इतना ही नहीं, संस्था द्वारा लोगों को सफाई के प्रति जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक भी आयोजित किए जाते हैं. संस्था ने अपनी स्थापना के एक वर्ष पूरे होने के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से मुलाकात की और संस्था की वेबसाइट का शुभारंभ भी किया.

इस संस्था को टेलीविजन धारावाहिक 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' की टीम ने स्वच्छता पर राष्ट्रीय सम्मान देकर सम्मानित किया है. संस्था के सचिव सतीश भूवालका ने बताया कि छत्तीसगढ़ में 'बंच ऑफ फूल्स' एक ऐसी संस्था है, जिसमें हर वर्ग के लोगों की भागीदारी है. इसमें बच्चे, बूढ़े, युवा सभी वर्ग के लोग शामिल हैं. संस्था हर रविवार को स्वत: स्फूर्त भावना से साफ-सफाई का काम करती है. संस्था द्वारा अब तक 62 से ज्यादा स्थानों पर साफ-सफाई की जा चुकी है. संस्था ने एक वर्ष पूरे कर लिए हैं.

Advertisement

सदस्यों की तादाद 100 के पार
भूवालका ने बताया कि सालभर पहले जब संस्था की नींव रखी गई थी तो इसमें मात्र सात सदस्य ही थे, लेकिन आज सदस्यों की संख्या 100 पार कर चुकी है. संस्था के पदाधिकारियों ने बताया कि वेबसाइट पर लोग अपने आस-पास की गंदगी वाली जगहों की फोटो लेकर अपलोड कर सकते हैं. पहले संस्था की रिसर्च और विकास समिति का दल जाकर स्थान देखता है और दूसरा दल जाकर वहां साफ-सफाई का काम करता है.

नुक्कड़ नाटक के जरिए भी संदेश  
स्थानीय लोगों को एक जगह जुटाकर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से साफ-सफाई का महत्व बताया जाता है और साफ-सफाई के काम में उनकी मदद भी ली जाती है.  

संस्था द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर राजानंदगांव के फ्लाई ओवर और रायपुर में जी ई रोड पर वंदना ऑटो शो रूम के पास साफ-सफाई कर वहां आकर्षक पेंटिंग बनाई गई. अब लोग इन स्थानों पर कचरा नहीं फेंकते.

इनपुट: IANS

Advertisement
Advertisement