किस्मत कनेक्शन में आज बात होगी मां कालरात्रि की महिमा की. मां कालरात्रि नवदुर्गा का सातवां स्वरूप हैं, ये मां दुर्गा का सबसे भयंकर स्वरूप हैं, इनका रंग काला है और ये तीन नेत्रधारी है. मां कालरात्रि के गले में विघुत की अद्भुत माला है, इनके हाथों में खडग और कांटा है, इनका वाहन गाधा है.
नवरात्र में मां दुर्गा के मंदिर में लाल धागा या लाल मौली या लाल कलावा बांध आएं. धागा बांधते समय अपनी मनोकामना पूरी करने की प्रार्थना करें. निश्चित रूप से आपकी मनोकामना पूरी होगी.
मनोकामना पूरी होने के बाद आप वो लाल धागा जरूर खोल दें. अगर ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो किसी निर्धन को भोजन करा दें. ऐसा करने से आपकी और भी मनोकामनाएं पूरी हो जाएंगी.
मां कालरात्रि शनि को करेंगी शांत
मां कालरात्रि की पूजा बेहद शुभकारी होती है. वो शत्रु और विरोधियों का नाश करती हैं. मां कालरात्रि की उपासना से भय, दुर्घटना और रोगों का नाश होता है.
इनकी उपासना करने से नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है. ज्योतिष में शनि को नियंत्रित करने के लिए मां काली की पूजा अचूक मानी जाती है.
मां कालरात्रि के उपासकों पर तंत्र विद्या का कोई असर नहीं होता.
शनि ग्रह शांत करने के लिए ऐसे करें पूजन
मां के सामने घी का दीपक जलाएं. मां को लाल फूल अर्पित करें और साथ ही साथ मां को गुड़ का भोग भी लगाएं.
मां के मंत्रों का जाप करें या दुर्गा सप्तशती का पाठ करें. प्रसाद का आधा हिस्सा परिवार में बांटें, बाकी प्रसाद किसी ब्राह्मण को दान करें.
काले रंग का कपड़ा ना पहनें
काले रंग का कपड़ा पहनकर मां कालरात्रि की पूजा ना करें. इसके अलावा किसी को नुकसान पहुंचाने के लिए भी पूजन ना करें. ऐसा पूजा करने से आप खुद समस्या में आ सकते हैं.
शत्रु-विरोधियों को शांत करने के लिए
सफेद या लाल रंग का कपड़ा पहनकर मध्यरात्री मां कालरात्रि की पूजा करनी चाहिए. मां के सामने दीपक जलाएं और उन्हें गुड़ का भोग लगाएं.
इसके बाद 108 बार नवार्ण मंत्र पढ़ते जाएं और हर मंत्र के साथ एक लौंग चढ़ाएं. नवार्ण मंत्र है - ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे .
फिर ये 108 लौंग एकत्रित करके अग्नि में डाल दें. आपके विरोधी और शुत्र शांत होंगे.
विशेष प्रसाद
मां कालरात्रि को गुड़ का प्रसाद चढ़ाना चाहिए. गुड़ का प्रसाद खुद ग्रहण करें और परिवार व ब्राह्मण को खिलाएं. गरीबों को भोजन कराएं.