तमाम ज्योतिषाचार्य मानते हैं कि हमारे ब्रह्मांड में घटने वाली हर घटना का हमारे ऊपर कुछ न कुछ असर जरूर पड़ता है. ब्रह्मांड में घटने वाली ऐसी ही एक घटना है सूर्य ग्रहण.
सूर्य ग्रहण के बारे में कहा जाता है कि इसका असर हमारे ग्रहों की स्थिति को प्रभावित करता है. तो जानते हैं कि क्या होता है सूर्य ग्रहण और इसका क्या असर हमारे जीवन पर पड़ता है.
क्या है 'सूर्य ग्रहण'?
सूर्य की परिक्रमा पृथ्वी करती है और चन्द्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करता है. परिक्रमा के दौरान एक दूसरे के बीच में ये आते जाते रहते हैं. जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चन्द्रमा आ जाए तो इसे सूर्य ग्रहण कहते हैं. इसका असर पृथ्वी और पृथ्वी के लोगों पर पड़ता है.
सूर्य ग्रहण क्या होता है और ये खगोलीय घटना कैसे होती है ये तो हमने आपको बता दिया, लेकिन अब आपको बताते हैं कि इस बार के सूर्य ग्रहण में खास क्या है....
'सूर्य ग्रहण' में खास
- सूर्य ग्रहण सुबह 4.49 से 10.04 बजे तक लग रहा है.
- यह सूर्य ग्रहण भारत में आंशिक रूप से दिखाई दे रहा है.
- भारत में सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 30 मिनट है और ग्रहण कुम्भ राशि में लग रहा है.
सूर्य ग्रहण का सामान्य प्रभाव
- इस ग्रहण में सूर्य का संयोग केतु से बन रहा है. इस ग्रहण में चन्द्रमा, शुक्र, बुध का योग भी है.
- सूर्य और केतु का प्रभाव होने से दुर्घटनाओं की सम्भावना बन रही है.
- राजनीतिक रूप से भयंकर उथल-पुथल मच सकती है.
- बृहस्पति की नजर भी है इसलिए उपाय करने से लाभ होगा.
- जिन स्थानों पर ग्रहण दिख रहा है वहां सूतक के नियम लागू हैं.
'सूर्य ग्रहण' का असर
सूर्य ग्रहण से पड़ने वाले प्रभावों के बारे में तो आपको पता लग गया लेकिन अब सवाल उठता है कि क्या सच में सूर्य ग्रहण एक बुरी घटना है....
- सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है.
- इसका असर मन पर जरूर पड़ता है.
- यह जरूरी नहीं है कि ग्रहण का प्रभाव खराब ही हो ग्रहण में आकाश मंडल अद्भुत स्थिति में आ जाता है.
- इस समय उपवास रखना और ध्यान करना दिव्य अनुभव दे सकता है.
तो कुल मिलाकर देखें तो ज्योतिषी मानते हैं कि सामान्यतौर पर सूर्य ग्रहण का बुरा असर ही हमारे ऊपर पड़ता है , लेकिन कुछ उपायों को अपना कर सूर्य ग्रहण के प्रभाव से बचा जा सकता है. आइए जानें क्या करें इस दौरान...
- सूर्य ग्रहण के दौरान मंत्र जाप और ध्यान करना सर्वोत्तम होता है.
- सूर्य ग्रहण के समय राहु-केतु से संबंधित उपाय करना लाभदायक होता है.
- ग्रहण काल के बाद पवित्र नदी में या शीतल जल से नहाना चाहिए.
- इसके बाद अन्न, कपड़े और धन का दान करना चाहिए.
- ग्रहण काल में ध्यान और दान सबसे ज्यादा लाभदायक होता है.
इन तरीकों से आप सूर्य ग्रहण की अवधि के दौरान लाभ भी उठा सकते हैं. ज्योतिषी भी मानते हैं कि इन उपायों से आप सूर्य ग्रहण से दुष्प्रभावों से तो बचे ही रहेंगे, साथ ही आप इन उपायों का लाभ भी उठा पाएंगे.