आज गोपाष्टमी मनाई जा रही है. इस दिन देश भर में गाय की पूजा करने के साथ ही गौ माता को हरा चारा और गुड़ खिलाया जाता है.
गाय को लेकर भले ही देश में राजनीति होती है लेकिन इसके प्रति लोगों में श्रद्धा और आस्था भी है. गाय को आस्था के तौर पर मानने वाले आज गोपाष्टमी के दिन गाय की पूजा और आरती करते हैं. साथ ही उसको चारा खिलाते हैं.
वाराणसी में हो रही गाय की पूजा
गोपाष्टमी के दिन वाराणसी के दुर्गाकुंड स्थित धर्म संघ में न सिर्फ गायों की विधिवत पूजा की गई बल्कि उनकी आरती भी उतारी गई. इसके साथ ही मार्च
निकालकर उन लोगों को गौरक्षा का संदेश दिया गया जो गाय को अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने का माध्यम मानते हैं.
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भगवान कृष्ण ने की थी पूजा
माना जाता है कि गोपाष्टी के ही दिन सब जीवों, दया और अनुकम्पा करने वाली कामधेनु गाय स्वर्ग से पृथ्वी पर आई थी और ऋषि वशिष्ठ के आश्रम में
पूजी गई थीं.
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यह भी कहा जाता है कि आज के ही दिन भगवान श्री कृष्ण ने वृंदावन में गायों की पूजा कर माता का दर्जा दिया था और तभी से ये परंपरा अनवरत चली
आ रही है. आज पूरे देश में गाय को और वाराणसी में खासतौर पर इस खास पर्व को मनाने की परंपरा है.