उत्तराखंड में 'हिमालयी महाकुंभ' नाम से प्रचलित नंदा-राजजात पदयात्रा इस वर्ष 17 अगस्त से 3 सितंबर तक होना प्रस्तावित है. राज्यपाल ने डॉ. अजीज कुरैशी ने नंदा-राजजात पदयात्रा की तैयारी पर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है.
राज्यपाल ने यात्रा मार्ग पर पर्याप्त शौचालय, स्नानघरों, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाओं की समुचित व्यवस्था के साथ-साथ जीवन रक्षक औषधियों, ऑक्सीजन आदि की सहज उपलब्धता अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करने को कहा है. पत्र में यात्रा मार्ग में पड़ने वाले पड़ावों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करने का भी उल्लेख है.
राज्यपाल ने इस यात्रा को सुरक्षित एवं बेहतर ढंग से आयोजित करने के लिए निजी संस्थाओं व संगठनों का यथासंभव सहयोग लेने का सुझाव भी दिया है. उन्होंने नैनीताल में प्रदूषित पेयजल से डायरिया फैलने, देहरादून नगर के आबादी वाले क्षेत्र में शुद्ध पेयजल की अपर्याप्त आपूर्ति पर चिंता प्रकट की है.
राज्यपाल ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर नैनीताल के कुछ क्षेत्रों में प्रदूषित जल के कारण डायरिया फैलने के मामले में प्रभावित क्षेत्र, उसकी आबादी, प्रभावितों के स्वास्थ्य उपचार के लिए की गई व्यवस्थाओं के विषय में विस्तृत आख्या प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं.
साथ ही उन्होंने प्रभावित आबादी क्षेत्रों के लिए की गई शुद्ध पेयजल की व्यवस्था तथा जलजनित संक्रमण रोकने के लिए जन जागरूकता संबंधी आवश्यक उपायों के प्रचार-प्रसार के प्रयासों का लेखा-जोखा भी तत्काल प्रस्तुत करने को कहा है.