शादियां सबकी होती हैं लेकिन सबकी शादी की उम्र, समय और वैवाहिक जीवन में बड़ा फर्क देखने को मिलता है. क्या आपने कभी सोचा है कि क्यों सबकी शादी और शादीशुदा जिंदगी एक सी नहीं होती. इसका कारण है कुंडली के ग्रहों में दोष.
कुंडली में अगर राहु और केतु कमजोर हों या इनमें दोष हो तो शादी-विवाह से जुड़ी मुश्किलें आ जाती हैं. सबसे पहले जानते हैं कि राहु-केतु का शादी-विवाह पर क्या असर पड़ता है और मुश्किल दूर करने के उपाय क्या हैं.
राहु-केतु का शादी-विवाह पर असर
- विवाह के मामलों में शक और वहम जैसी चीज़ों को पैदा करना राहु-केतु का काम है
- अगर राहु-केतु विवाह संबंधों में बाधा देते हैं तो बेवजह शक पैदा होता है
- कभी-कभी जीवनसाथी दूसरे को छोड़कर दूर चला जाता है
- पति-पत्नी को जीवन भर अलगाव झेलना पड़ता है
- इस समस्या को दूर करने के लिए भगवान विष्णु की उपासना करें
- जल में कुश डालकर स्नान करें
- शनिवार के दिन मीठी चीजें बिलकुल ना खाएं
जिस तरह सूरज की किरणों से धरती पर उजाला फैलता है. कुछ वैसा ही प्रभाव कुंडली के सूर्य का भी होता है.
जानें, किस ग्रह से कौन सा विषय होगा मजबूत?
सूर्य का शादी-विवाह पर असर
- विवाह के मामलों में सूर्य का दुष्प्रभाव हो तो जीवनसाथी का करियर बाधा देता है
- कभी कभी अहंकार के कारण आपसी सम्बन्ध खराब हो जाते हैं
- बहुत सोच समझकर शांतिपूर्ण तरीके से विवाह भंग होता है
- हालांकि शादी के काफी समय बीत जाने के बाद विवाह विच्छेद होता है
- नित्य प्रातः सूर्य को रोली मिला हुआ जल अर्पित करें
- एक तांबे का छल्ला जरूर धारण करें
- गुलाबी रंग के वस्त्र धारण करना भी शुभ परिणाम देगा
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ज्योतिष मानते हैं कि इन उपायों को अपनाने से शादी विवाह में आ रही अड़चनें दूर होती हैं. कई बार कुंडली के दोषों को दूर करने के उपाय काफी सरल होते हैं और सरल उपायों को अपनाकर आप अपने जीवन को खुशहाल बना सकते हैं.