प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर दर्शन के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एक धर्मशाला बनाने और मंदिर परिसर में मौजूद धरोहरों के संरक्षण में भारत नेपाल की सहायता करेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो दिवसीय नेपाल यात्रा के दूसरे और अंतिम दिन एक संयुक्त बयान में यह बात कही गई.
मोदी ने मंदिर में पूजा-अर्चना की और मंदिर को 2,500 किलोग्राम चंदन की लकड़ी दान में दी.
बयान के मुताबिक, सरकार की सहायता से भारत जल्द ही धर्मशाला का निर्माण शुरू करेगा.
भारत ने मंदिर परिसर में मौजूद प्राचीन धरोहरों के संरक्षण, जीर्णोद्धार तथा मंदिर में साफ-सफाई की सुविधाओं में सहायता की पेशकश की है.
पशुपतिनाथ मंदिर काठमांडू का सबसे प्राचीन हिंदू मंदिर है और बागमती नदी के किनारे स्थित है. मंदिर परिसर में भगवान राम और विष्णु के भी मंदिर हैं.
भारत ने यहां के पवित्र स्थलों जैसे जनकपुर, बराह क्षेत्र, लुंबिनी और लिंक लुंबिनी को बुद्धिस्ट सर्किट के रूप में विकसित करने में सहायता की पेशकश की है.