उत्तर प्रदेश के देवगढ़ में हाल ही में खोजी गई बुद्ध गुफाओं के परिप्रेक्ष्य में अंतर्राष्ट्रीय धर्म-सम्मेलन कराए जाने का रास्ता साफ हो गया है. तय किया गया कि 13 से 15 जून के बीच यह अंतर्राष्ट्रीय आयोजन सम्पन्न होगा. इसमें जापान, श्रीलंका, इंडोनेशिया, थाईलैंड, वियतनाम और अमेरिका के बौद्ध प्रतिनिधि भी भाग ले सकते हैं.
बैठक की अध्यक्षता झांसी से आए बौद्ध भिक्खू डा. सुमेध धैरो ने की. बैठक में यह तय किया गया कि 13 जून को स्थानीय स्तर पर हिंदू, जैन और बौद्ध धर्म के गुरुओं के साथ एक विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी, जो अंबेडकर पार्क से शुरू होकर नगर पालिका परिसर तक जाएगी.
14 जून को देवगढ़ में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन होगा, जिसमें विभिन्न देशों के प्रतिनिधि भाग लेंगे. यह सम्मेलन देवगढ़ को पर्यटन क्षेत्र बनाने के लिए मील का पत्थर साबित होगा. आयोजन के लिए उपस्थित गणमान्य लोगों को जिम्मेदारियां सौंपी गई.
वक्ताओं ने कहा कि देवगढ़ में पर्यटन को बढ़ावा दिए जाने से स्थानीय व्यापारियों को भारी फायदा होगा. रोजगार के नए अवसर खुलेंगे और अन्य छोटे कार्य करने वालों को भी काम मिलेगा. पर्यटन उद्योग बनने का रास्ता साफ होगा.
यह तय किया गया कि कार्य में पूरी पारदर्शिता के साथ सभी धर्मों को यथोचित सम्मान दिया जाएगा. भगवान बुद्ध के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के सिद्धान्त को बढ़ावा मिलेगा.
वक्ताओं ने कहा कि पिछले साल 19 जून को जिन बौद्ध गुफाओं को उजागर किया गया है, वे विश्व में अद्वितीय हैं. गुप्तकालीन यह शिल्पकला साबित करती है कि प्राचीन काल में यहां जैन, वैष्णव, शैव और बौद्ध धर्मों का अस्तित्व एक साथ था और सभी ने अपने-अपने स्तर पर यहां विकास किया था. अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के बाद देवगढ़ को पर्यटन मानचित्र पर अंतर्राष्ट्रीय पहचान दिलाने में मदद मिलेगी.