scorecardresearch
 

कौन हैं शंकराचार्य महामंडलेश्वर स्वामी सत्यमित्रानंद, जिनका 87 की उम्र में हुआ निधन

भारत माता मंदिर, हरिद्वार के संस्थापक और निवृत्तमान शंकराचार्य महामंडलेश्वर स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि का मंगलवार सुबह निधन हो गया. उनके निधन के समय उनकी उम्र 87 साल थी.

Advertisement
X
प्रतीकात्मक फोटो
प्रतीकात्मक फोटो

Advertisement

भारत माता मंदिर, हरिद्वार के संस्थापक और निवृत्तमान शंकराचार्य महामंडलेश्वर स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि का मंगलवार सुबह निधन हो गया. उनके निधन के समय उनकी उम्र 87 साल थी. बताया जाता है कि वो लंबे समय से बीमार चल रहे थे. बुधवार को हरिद्वार स्थित भारत माता मंदिर ट्रस्ट के राघव कुटीर में उन्‍हें समाधि दी जाएगी.

आगरा में हुआ था जन्म-

स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि जी का जन्म 19 सिंतबर, 1932 को आगरा में हुआ था. लेकिन स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि का परिवार उत्तर प्रदेश के सीतापुर का रहने वाला था. बचपन से ही स्वामी जी की रुचि संन्यास और अध्यात्म में थी. जिसकी वजह से उन्होंने अपना सांसारिक जीवन बहुत कम उम्र में त्याग दिया था. सांसारिक जीवन से संन्यास लेने से पहले लोग उऩ्हें अंबिका प्रसाद पांडेय के नाम से पहचानते थे.

Advertisement

शिवशंकर पांडेय था पिता का नाम-

स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि जी के पिता का नाम शिवशंकर पांडेय था. उनके पिता को राष्ट्रपति पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका था. स्वामी जी जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि के गुरु थे.

साल 2015 में मिला पद्मभूषण पुरस्कार-

स्वामी सत्यमित्रानंद को 29 अप्रैल, 1960 को मात्र 26 वर्ष की आयु में भानपुरा पीठ का शंकराचार्य बना दिया गया था. लेकिन करीब 9 साल तक धर्म और मानव सेवा करने के बाद उन्होंने साल 1969 में खुद शंकराचार्य के पद को त्याग दिया था.

भारत माता मंदिर के थे संस्थापक-

स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि ने हरिद्वार में साल 1983 में भारत माता मंदिर की स्थापना की थी. वो अपने जीवनकाल में 65 से अधिक देशों की यात्रा कर चुके थे. आध्यात्म चेतना के धनी स्वामी जी को साल 2015 में पद्मभूषण पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.

Advertisement
Advertisement