पूजाघर देखने में कैसे सुंदर लगे, इसका खयाल तो लोग रखते ही हैं. साथ ही इस बात की भी जानकारी होनी चाहिए कि पूजा के काम में इस्तेमाल होनी वाली चीजों को किस तरह रखा जाए.
हमारे धर्मशास्त्रों में इस बारे में चर्चा की गई है कि पूजाघर में किस चीज को किस ओर रखना चाहिए. आगे इसकी जानकारी दी गई है...
1. घंटा, धूपदानी और जल से भरा पात्र बाईं ओर रखना चाहिए.
(घंटा वामदिशि स्थिताम्)
2. तेल का दीपक बाईं ओर, जबकि घी का दीप दाईं ओर रखना चाहिए.
(घृतदीपो दक्षिणतस्तैलदीपस्तु वामत:)
3. जल से भरा शंख दाईं ओर रखने का विधान है.
4. केसर, कपूर के साथ घिसा चंदन सामने की ओर रखना चाहिए. चंदन को तांबे के बर्तन में नहीं रखना चाहिए. चंदन का लेप पतला नहीं, बल्कि हमेशा ही गाढ़ा रखना चाहिए.
5. नैवेद्य आदि भगवान की मूर्ति के आगे रखना चाहिए. जल का चौकोर घेरा बनाकर बीच में नैवेद्य रखा जाना चाहिए.
6. शास्त्र में कहा गया है कि शंख को जल में डुबाना नहीं चाहिए. इसे जमीन पर भी नहीं रखना चाहिए.
7. जल को बिना छाने पात्र या कुंभ में नहीं रखना चाहिए.