scorecardresearch
 

नासिक कुंभ मेला आज से, 315 एकड़ में बना साधु ग्राम

धरती पर होने वाले सबसे बड़े धार्मिक समागमों में से एक, सिंहस्थ कुंभ मेला मंगलवार से शुरू होने जा रहा है. इसके लिए बड़ी संख्या में साधु और श्रद्धालु नासिक पहुंच रहे हैं.

Advertisement
X
Symbolic Image
Symbolic Image

धरती पर होने वाले सबसे बड़े धार्मिक समागमों में से एक, सिंहस्थ कुंभ मेला मंगलवार से शुरू होने जा रहा है. इसके लिए बड़ी संख्या में साधु और श्रद्धालु नासिक पहुंच रहे हैं.

Advertisement

कुंभ के दौरान श्रद्धालु गोदावरी नदी में पवित्र स्नान करते हैं. इस भव्य आयोजन की शुरुआत ध्वजारोहण समारोह के साथ सुबह छह बजकर 16 मिनट पर नासिक शहर के रामकुंड और मंदिरों के समीपवर्ती शहर त्रयम्बकेश्वर के कुश्वर्त तीर्थ में होगी. समारोह का आयोजन नासिक गंगा गोदावरी पंचकोटी पुरोहित संघ और त्रयम्बकेश्वर पुरोहित संघ कर रहे हैं.

नासिक और त्रयम्बकेश्वर पुरोहित संघ के अध्यक्ष सतीश शुक्ला और त्रयम्बकेश्वर पुरोहित संघ के अध्यक्ष जयंत शिखर ने बताया कि हर 12 वर्ष के अंतराल पर हिंदू कैलेंडर के अनुसार, माघ माह में जब सूर्य और बृहस्पति एक साथ सिंह राशि में प्रवेश करते हैं तब नासिक-त्रयम्बकेश्वर मे कुंभ मेला आयोजित किया जाता है.

फड़णवीस और राजनाथ लेंगे हिस्सा
कुंभ मेला से पहले नासिक और त्रयम्बकेश्वर में सोमवार शाम भव्य ‘शोभा यात्रा’ निकाली गई, जिसमें विभिन्न अखाड़ों के महंतों और साधुओं ने हिस्सा लिया. आयोजन के लिए ध्वजारोहण मंगलवार को नासिक में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस और केंद्रीय मंत्री श्रीपाद नाइक की उपस्थिति में किया जाएगा. केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह त्रयम्बकेश्वर में ध्वजारोहण समारोह के मुख्य अतिथि होंगे.

Advertisement

नासिक में स्थानीय निकाय ने 315 एकड़ से अधिक बड़े स्थान पर साधुओं के रहने के लिए 'साधु ग्राम' तैयार किया है. यहां तंबू लगाए गए हैं और शौचालयों, 24 घंटे पेयजल, एलपीजी सिलिंडरों और बिजली की व्यवस्था की गई है. शाही स्नान नासिक में 29 अगस्त, 13 सितंबर और 18 सितंबर को होगा, जबकि त्रयम्बकेश्वर में 29 अगस्त, 13 सितंबर और 25 सितंबर को होगा.

-इनपुट भाषा से

 

Advertisement
Advertisement