पुरातन काल से ही शिवरात्रि की रात को जागने की बात कही जाती रही है. कुछ लोग पूरी रात पूजा करते हैं तो कुछ शिव-पार्वती विवाह के तौर पर जागरण करते हैं. पर आज रात जगने का साइंटिफिक कारण भी है.
पति की लंबी आयु के लिए शिवरात्रि के दिन जरूर करें ये 5 काम
कहा जाता है कि इस रात को ऊर्जा का प्रवाह उपर की ओर होता है. इक्विनोस यानी इस समय ग्रह का सेंट्रल फ्यूगल फोर्स एक खास तरह से काम करता है और ये बल उपर की ओर गति करता है. इसीलिए यौगिक परंपराओं ने ये नियम बनाया था कि कोई भी इस रात को लेटेगा नहीं. आपकी रीढ़ की हड्डी सीधी होनी चाहिए ताकि आप ऊर्जा के इस प्राकृतिक चढ़ाव का पूरा लाभ ले सकें और ऊर्जा ऊपर की ओर जा सके.
महाशिवरात्रि में इस शुभ मुहूर्त में करें शिव पूजन
सद्गुरू जग्गी वासुदेव कहते हैं कि इसीलिए कर्नाटक के कुछ इलाकों में बच्चों से कहा जाता है कि वे लोगों के घरों में जाकर पत्थर मारें. वे आज ऐसी शरारत कर सकते हैं. चाहे लोग उठकर गुस्सा करें या उन्हें डांटें, पर वे उठ तो जाते हैं.इस दिन हमारे तंत्र की ऊर्जा में प्राकृतिक चढ़ाव होता है. लेटे रहना हमारे तंत्र के लिए अच्छा नहीं होगा. इसलिए लंबवत यानी बिल्कुल सीधा रहना चाहिए.
इसलिए इस रात को ना तो सोना चाहिए और ना ही अपने दोस्तों-परिजनों को सोने देना चाहिए. सीधे बैठें और जागते रहें.