केवल 2 सेब पूरी कर सकते हैं आपकी हर मुराद. मां छिन्मस्तिका को आप सिर्फ दो सेब चढ़ाकर प्रसन्न कर सकते हैं. आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि मां का ये मंदिर साल में सिर्फ 6 दिन ही खुलता है. जो कोई भक्त इन 6 दिनों में मां के दर्शन कर लेता है, उसकी मुराद पूरी होते देर नहीं लगती.
मां छिन्नमस्तिका 2 सेब से होती हैं प्रसन्न, तो वहीं कानपुर की बुद्धा माता को फल-फूल नहीं बल्कि हरी सब्जियों का भोग लगता है. कहते हैं जो भी भक्त सब्जियों से भरी टोकरी लेकर माता के दरबार में आता है, मां उसकी हर मुराद पूरी कर देती हैं.
किसी को दो कौड़ी का इंसान कहने से पहले जरा सोच लीजिएगा. कौड़ियों को बेकाम, बेदाम मानना भी बंद कर दीजिए, क्योंकि कौड़ी में छिपी है करोड़पति बनाने की शक्ति. इस बात की सच्चाई जानने के लिए धर्म की टीम पहुंच गई वाराणसी के एक ऐसे मंदिर में, जहां कौड़ियों से की जाती है मां की पूजा. कहते हैं इन कौड़ियों को जिसने अपनी तिजोरी में रख लिया, उसे मालामाल बनने में देर नहीं लगती.
आपने चमत्कार की कई कहानियां सुनी और देखी होंगी, लेकिन इंदौर में मां यशोदा के मंदिर में प्रसाद से चमत्कार होता है. यहां मां देती हैं भक्तों को संतान का वरदान, लेकिन इसके लिए मां के दरबार में एक अनोखी रस्म निभाई जाती है. कहते हैं कि मां यशोदा का ये अपनी तरह के इकलौते मंदिर में भक्त मां से वरदान पाने के लिए अपने साथ लेकर एक अनोखा प्रसाद आते हैं.
कुछ फलों का दान कीजिए और पा लीजिए खुशियों का वरदान. काशी में कुछ ऐसा ही चमत्कार घटता है भक्तों के जीवन में. यहां एक ऐसा कुंड है, जिसमें डुबकी लगाकर फलों का गुप्तदान करने से हर इच्छा पूरी हो जाती है.
लोलार्क कुंड में स्नान कर भक्त खुशियों से अपनी झोली भर लेते हैं. कहते हैं कि इस कुंड के जल में इतनी शक्तियां हैं कि कोई भी भक्त यहां से कभी खाली हाथ नहीं लौटता. द्वापर युग में ही कुंती ने इस कुंड के जल के महत्व को समझ लिया था और कुंड में स्नान कर वो 5 अति वीर पुत्रों की मां बन गई थीं. भारत की भूमि ऐसे ही अनेक पवित्र स्थानों व चमत्कारों से भरी पड़ी है.