हज यात्रा की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 14 जनवरी 2016 से हज यात्रा के लिए नि:शुल्क आवेदन फॉर्म मिलने की घोषणा कर दी गई है.
मुस्लिम समाज की हज यात्रा 2016 के कार्यक्रम का ऐलान हो गया है. यह यात्रा अगले साल अगस्त से शुरू होकर सितम्बर में पूरी होगी. इसके तहत हज यात्रा के लिए मध्य प्रदेश वासियों को आवेदन फॉर्म 14 जनवरी से आठ फरवरी तक राज्य हज समिति के भोपाल स्थित कार्यालय से नि:शुल्क मिलेंगे. राज्य हज समिति के अध्यक्ष इनायत हुसैन कुरैशी ने बताया कि भारत की हज समिति द्वारा 'हज 2016' का कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है. जिसके लिए अखिल भारतीय हज सम्मेलन 7 अप्रैल को होगा.
कुरैशी ने यह भी बताया कि जरूरत पड़ने पर हज यात्रियों के चयन के लिए कुरांदाजी (ड्रॉ या लॉटरी) 15 से 23 मार्च तक होगी, जबकि शासकीय कोटे की सीटें 15 जून से 9 जुलाई तक आवंटित की जाएंगी. इनायत ने जानकारी दी कि भारत से हज के लिए पहली फ्लाइट 4 अगस्त और आखिरी फ्लाइट 5 सितम्बर को होगी. वहीं हाजियों की वापसी 15 सितम्बर से शुरू हो जाएगी.
इस्लाम में हज का महत्व
इस्लाम के 5 स्तंभों में से एक है हज यात्रा. हज उस प्रत्येक मुस्लिम का फर्ज है जो आर्थिक और शारिरिक रूप से सम्पन्न है, जिस पर कोई कर्ज और जिम्मेदारी न हो. यह यात्रा साउदी अरब स्थित मक्का से मदीना तक की होती है. हज में पवित्र स्थल काबा की 7 परिक्रमा लगाने का रिवाज है. दुनिया का हर मुस्लिम, चाहे वह कहीं पर भी हो, काबा की तरफ चेहरा करके नमाज अदा करता है.
हज में 7 रिवाजों को पूरा करना होता है. ऐतिहासिक रूप से हज की शुरुआत पेगंबर मोहम्मद ने 7वीं शताब्दी से की थी, पर इस्लाम में इसका अस्तित्व हजारों साल पहले इब्राहिम के समय से है. इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार हज यात्रा आखिरी के 4 महीनों (8वें से 12 वें तक) 'जिल-हिजा' में की जाती है.