मुंबई के शिंगणापुर शनि मंदिर में महिलाओं के लिए कुछ नियम हैं. इस मंदिर में जहां शनि पत्थर स्थापित है उस चबूतरे पर महिलाओं का जाना वर्जित है. हाल ही में अनीता शेटे को मंदिर ट्रस्ट का अध्यक्ष चुना गया है और वह भी शनि मंदिर में महिलाओं के लिए बने नियमों को नहीं बदलना चाहतीं.
शनि शिंगणापुर मंदिर की अध्यक्ष अनीता शेटे भी महिलाओं से जुड़ी 400 साल पुरानी परंपरा नहीं तोड़ना चाहतीं. अनीता का कहना है कि हम इस परंपरा को कायम रखना चाहते हैं. मंदिर की पवित्रता के लिए गांव के ज्यादातर लोगों की भी यही मान्यता है कि चबूतरे पर महिलाओं का प्रवेश न हो. सोमवार को अनिता ट्रस्ट की नई प्रेसिडेंट चुनी गई हैं.
मंदिर में महिला के प्रवेश पर हुआ था बवाल
पिछले साल नवंबर महीने में शिंगणापुर शनि मंदिर के चबूतरे पर एक महिला के प्रवेश करने पर काफी हंगामा हुआ था. मंदिर के पुजारियों और गांव के लोगों ने मंदिर का शुद्धिकरण किया था. परंपरा का हवाला देते हुए कहा गया कि शनि मंदिर के चबूतरे पर महिलाओं का प्रवेश वर्जित है.
इस नियम को लेकर मंदिर ट्रस्ट की प्रेसिडेंट अनीता ने कहा कि हम और बाकी गांव वाले, महिला संगठनों को समझाएंगे कि प्राचीन परंपरा तोड़ना सही नहीं है. शनिदेव पर महिलाओं द्वारा तेल चढ़ाने की बात पर अनीता शेटे का कहना है कि ट्रस्ट में अब हम महिलाएं भी हैं. हम महिला संगठनों से कहेंगे कि आप ऐसी मांग न करें. मंदिर से जुड़ी परंपरा को कायम रखा जाना चाहिए. हम किसी भी हाल में गांव की परंपरा को टूटने नहीं देंगे और उन्हें खुद काे यह ठीक नहीं लगता है.