होलिका दहन की लपटें बहुत शुभकारी होती हैं. होलिका दहन की अग्नि में हर चिंता खाक हो जाती है, दुखों का नाश हो जाता है और इच्छाओं को पूर्ण होने का वरदान मिलता है. बुराई पर अच्छाई की जीत के इस पर्व में जितना महत्व रंगों का है उतना ही होलिका दहन का भी है. ये मान्यता है कि विधि विधान से होलिका पूजा और दहन करने से मुश्किलों को खत्म होते देर नहीं लगती.
विशेष बात ये कि इस बार होलिका दहन भद्रा में नहीं होगी. पंडितों का कहना है कि होली पर अगर आप विधि विधान से परिक्रमा कर सही प्रसाद चढ़ा दें तो खाली झोली भरते देर नहीं लगेगी. क्योंकि इस बार होलिका दहन पर बन रहा है बेहद शुभ संयोग. रविवार को उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में मनाया जाएगा होलिका दहन का पर्व. दिन और नक्षत्र के अनुसार दोनों के ही स्वामी सूर्य हैं जो मीन राशि में मौजूद हैं, मीन भविष्य से जुड़ी राशि है और सूर्य का मीन राशि में होना बेहद फलदायी साबित होगा. वहीं दूसरी ओर राहु, शनि और मंगल तीनों ग्रह व्रकी चल रहे हैं जिसके कारण मां काली, मां तारा, माता भुवनेश्वरी और मां छिन्नमिस्तका की पूजा आपको दिलाएगी होलिका पूजा का पूर्ण फल.
पूर्णिमा होने से चंद्र का बल भी सूर्य को मिलेगा, जिसके कारण इस शुभ ग्रह स्थितियों के बीच अगर आप व्यापार से जुड़े फैसले, धन या शिक्षा संबंधी मामलों में अगर कोई फैसला लेते हैं तो आपको निश्चय ही सफलता की प्राप्ति होगी. इतना ही नहीं अगर आप लंबे समय से किसी बीमारी से परेशान हैं या फिर शत्रुओं की बढ़ती संख्या ने आपकी चिंता बढ़ा रखी है तो इस बार होलिका दहन की लपटों में आपकी समस्त चिंताएं जलकर खाक हो जाएंगी.
होलिका पूजा और दहन में परिक्रमा बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है. कहते हैं परिक्रमा करते हुए अगर अपनी इच्छा कह दी जाए तो वो सच हो जाती है. बस आपको अपनी मनोकामना के हिसाब से करनी होगी होलिका की परिक्रमा. जैसी कामना उतनी ही बार परिक्रमा. परिक्रमा के अलावा होलिका दहन में उपलों को जलाना भी होता है बेहद जरूरी. कितने उपले जलाएं, किस आकार के उपले जलाएं ये भी आपको अपनी मनोकामना के हिसाब से तय करना होगा.
परिक्रमा और उपले तो आपके सपनो को परवान चढ़ाएंगे ही प्रसाद की अहमियत भी कुछ कम नहीं. चाहे आपको सुख समृद्धि की दरकार हो या फिर विदेश यात्रा करनी हो, सवाल नई नौकरी का हो या फिर संतान का आशीर्वाद चाहिए, होली पर कुछ खास तरह का प्रसाद चढ़ाने से ये इच्छाएं भी पूरी हो सकती हैं.