सावन का दूसरा सोमवार और मासिक महाशिवरात्रि यानि जल के दिन के महासंयोग पर चांदनी चौक के गौरी शंकर मंदिर में भक्तो का सैलाब नजर आया. श्रद्धालु सुबह से घंटों कतार में खड़े रहकर सिर्फ एक लोटा जल शिवलिंग पर अर्पित करना चाहते थे.
ये नजारा लगभग हर शिवमंदिर में नज़र आया और हो भी क्यों न, पंडितों और शास्त्रों के मुताबिक आज के दिन की बड़ी महता है. गौरी शंकर मंदिर के पुजारी श्री तेज प्रताप शर्मा ने बताया कि सोमवार के दिन सावन की महाशिवरात्रि का योग बहुत ही शुभ और फलदायी माना जाता हैं. इस महासंयोग पर जो भी भक्त शिवलिंग पर एक लोटा जल चढ़ा देता है, उसे करोड़ों यज्ञ के बराबर फल की प्राप्ति होने के साथ ही उसकी हर मनोकामना भी पूर्ण होती है.
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कांवड़ियों के जल का दिन
आज कांवड़ियों के जल का दिन भी है. बाबा के जल के लिए पैदल चल रहे कांवड़िये आज बाबा को जल चढ़ाकर शान्ति और अपार सुख पाते हैं. कांवड़िए आज के दिन उछलते-कूदते बम-बम भोले पुकारते हुए बाबा के शिवलिंग पर एक लोटा जल चढ़ाकर अपार सुख शान्ति पाते हैं.
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घंटों लगी कतारें
जल चढ़ाने के लिए मंदिरों में सुबह से भक्त 4 घंटे तक कतार में खड़े रहे. आज के दिन का पूरा फल लेने के लिए हर कोई भोलेबाबा के दरबार में अपनी अर्जी लगाना चाहता था.