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जब प्रभु लुटाते हैं करोड़ों का खजाना...

देश में कुछ ऐसे सबसे अमीर मंदिर हैं, जिनके खजाने में साल दर साल बढ़ोतरी होती जा रही है. भगवान के इस बढ़ते खजाने से भक्तों का कल्याण हो रहा है, क्योंकि देश के ये अमीर मंदिर बेसहारा और ग़रीबों में अपनी दौलत बांट रहे हैं.

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Sai Baba
Sai Baba

देश में कुछ ऐसे सबसे अमीर मंदिर हैं, जिनके खजाने में साल दर साल बढ़ोतरी होती जा रही है. भगवान के इस बढ़ते खजाने से भक्तों का कल्याण हो रहा है, क्योंकि देश के ये अमीर मंदिर बेसहारा और ग़रीबों में अपनी दौलत बांट रहे हैं.

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इन सभी मंदिरों में शिरडी के साईं बाबा सबसे आगे निकल गए हैं, जिन्होंने सिद्धिविनायक का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया. शिरडी वाले साईं बाबा के दरबार में जितनी दौलत है, उतना ही साईं मंदिर से दान भी किया जाता है. शिरडी साईं मंदिर, तिरुपति बालाजी, सिद्धिविनायक मंदिर और वैष्णो देवी, ये चार मंदिर चढ़ावे के मामले में सबसे ऊपर हैं.

पिछले 4 सालों में शिरडी वाले साईं मंदिर में भक्तों ने करीब 1000 करोड़ से ज़्य़ादा का चढ़ावा दिया है, जबकि मुंबई के सिद्धिविनायक में 206 करोड़ रुपये का चढ़ावा आया है. शिरडी मंदिर ने पिछले 4 साल के चढ़ावे में से 53 फीसदी दौलत का महादान किया, तो सिद्धिविनायक ने पिछले 4 सालों में खज़ाने का 13 फीसदी चैरिटी में दिया. यानी साईं बाबा ने दान करने में भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है. शिरडी साईं मंदिर, सिद्धिविनायक मंदिर से महादान के मामले में भी आगे निकल गया. ये साई के नाम का चमत्कार नहीं, तो और क्या है?

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साईं बाबा की भक्तों में ऐसी आस्था है कि भक्त बाबा को मालामाल कर रहे हैं. यही वजह है कि हर साल साईं के खज़ाने का नया रिकॉर्ड बनता है. साल 2012-13 में भी साईं बाबा पर रिकॉर्डतोड़ दौलत बरसी.
साईं बाबा में उनके भक्तों की अटूट आस्था है. दिन ब दिन साईं के भक्तों की तादाद बढ़ती ही जा रही है. इस अटूट आस्था का नतीजा है दौलत, अथाह संपत्ति, नोट ही नोट और माया ही माया.

कहते हैं कि साईं बाबा के दरबार में जो आता है, वह खाली हाथ नहीं जाता है. साईं अपने भक्तों की मुराद सुनते हैं और भक्त प्रभु को मालामाल करते हैं. साल 2012 में साल 2011 का रिकॉर्ड टूट गया. हालांकि 2011 में 2010 का रिकॉर्ड टूटा था. साल 2011 में 276 करोड़ का चढ़ावा आया, जिसमें इस साल करीब 30 करोड़ की बढ़ोतरी हुई.

सवाल शिरडी साईं मंदिर में चढ़ावे का नहीं है, बल्कि भक्तों की आस्था और श्रद्धा का है, जो साईं का आशीर्वाद बनकर भक्तों पर बरस रही है.

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