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अनूठी शांति देने वाले शिवशक्ति धाम के सौंदर्य में लगेंगे चार चांद

शिवशक्ति धाम, उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर रेलवे स्टेशन के उत्तर कुड़वार रोड स्थित एक प्राचीन शिवालय है, जहां बाबा भोलेनाथ के शिवलिंग के सामने बैठने पर मन को अनूठी शांति मिलती है. वर्तमान में बाबा भोलेनाथ के शिवलिंग को चांदी से मढ़ने का भगीरथ प्रयास चल रहा है.

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शिवशक्ति धाम, उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर रेलवे स्टेशन के उत्तर कुड़वार रोड स्थित एक प्राचीन शिवालय है, जहां बाबा भोलेनाथ के शिवलिंग के सामने बैठने पर मन को अनूठी शांति मिलती है. शिव चौक के नाम से मशहूर इस धाम के ट्रस्टी अनिल द्विवेदी के मुताबिक, 17वीं सदी में राजा उदयचंद्र ने इस शिवलिंग की स्थापना की थी. कालांतर में सुलतानपुर के जैन बंधुओं ने यहां देवो के देव महादेव के मंदिर का निर्माण कराया.

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मंदिर के मुख्य ट्रस्टी विजय त्रिपाठी और अरविंद सिन्हा बताते हैं कि शिवशक्ति धाम की महिमा अपरंपार है. यहां से जुड़ा हर व्यक्ति दैहिक, दैविक एवं भौतिक तापों से मुक्त है. अपने में गौरवशाली आध्यात्मिक संपदा को समेटे इस धाम में क्वार की नवरात्र में विजयादशमी के बाद प्रतिवर्ष शिवशक्ति जागरण का भव्य कार्यक्रम होता आया है, जो इस वर्ष पांच अक्टूबर को है. इसके अलावा प्रतिदिन नियम से शाम आठ बजे और सुबह सात बजे आरती के साथ, प्रति सोमवार प्रात: आठ बजे महाकाल का हवन यज्ञ भी आयोजित होता है.

द्विवेदी बताते हैं कि वर्तमान में बाबा भोलेनाथ के शिवलिंग को चांदी से मढ़ने का भगीरथ प्रयास चल रहा है, ताकि शिवशक्ति धाम की पवित्रता और सौंदर्य में चार चांद लग सकें. उन्होंने बताया कि ट्रस्ट मंदिर के साथ-साथ धार्मिक महत्व के स्थानों पर समय-समय पर छायादार पौधों का रोपण भी करता है.

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