तिब्बत में एक हफ्ते तक चलने वाला स्नान महोत्सव शनिवार को शुरू हो गया. शनिवार को हजारों तिब्बतियों ने ल्हासा नदी में डुबकी लगाई. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, तिब्बती पठार में शरद ऋतु की शुरुआती ठंड के बावजूद इसमें युवाओं और बूढ़ों ने भाग लिया.
इस समारोह को 'कर्म रिगकी' के नाम से जाना जाता है. एक हफ्ते तक चलने वाला यह समारोह तिब्बती कैलेंडर के मुताबिक सातवें या आठवें महीने में पड़ता है.
तिब्बतियों के लिए नदी के पानी का पारंपरिक महत्व है. उनका मानना है कि नदी का पानी चिकित्सकीय गुणों से परिपूर्ण है और बीमारियों को दूर करता है.
आयुर्वेद चिकित्सा पर लिखी गई पुस्तकों में भी पानी के चिकित्सकीय गुणों का उल्लेख है. उनके मुताबिक, इस समय पानी मीठा और गले तथा पेट के रोगों में फायदेमंद होता है.
एक सप्ताह तक चलने वाले इस समारोह के दौरान पठार की नदियां और झरने स्नान करने वाले लोगों से भरे रहते हैं.