धार्मिक नगरी वृंदावन में दुनिया का सबसे ऊंचा कृष्ण मंदिर बनेगा. अगले 5 साल में 300 करोड़ रुपये की लागत से इसका निर्माण होने का अनुमान है.
वृंदावन चंद्रोदय मंदिर की ऊंचाई 700 फुट अथवा 210 मीटर होगी. दिल्ली में 72.5 मीटर के कुतुबमीनार से इस इसकी ऊंचाई तीन गुना ज्यादा होगी. इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शिएसनेस (ISKCON), बेंगलुरु के श्रद्धालुओं ने इस मंदिर की परिकल्पना की है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंदिर में अनंत शेष स्थापना पूजा की. इस साल 16 मार्च को इसकी आधारशिला रखी गई थी.
परियोजना के आयोजकों ने बताया कि 70 मंजिला इस मंदिर में एक कैप्सूल एलिवेटर होगा, जिसके जरिए श्रद्धालु भूतल से 700 फुट ऊंचाई पर पहुंचेंगे. दीर्घा में लोग वेदों में उल्लिखित विभिन्न ग्रह प्रणालियों के सीन और 3D साउंड व लाइट का अनुभव कर सकेंगे.
पांच साल में पूरी होने वाली इस परियोजना में कृष्ण विरासत संग्रहालय, भगवद्गीता एक्सपो, व्याख्यान हॉल और कृष्ण विरासत अध्ययन केंद्र होगा. इस परियोजना के तहत सामाजिक विकास कार्यक्रम को भी रखा गया है. इसमें मथुरा जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के भोजन के वास्ते ‘अक्षय पात्र’ दोपहर के भोजन कार्यक्रम को बढ़ावा दिया जाता है. इस कार्यक्रम के तहत हर दिन करीब 1.65 लाख बच्चे भोजन करते हैं.
---इनपुट भाषा से