महाकुंभ की गोद में बच्चों सा उल्लास, कविता ने भी रच दिया लहरों पर इतिहास... महाकुंभ ने जहां जनमानस को आस्था और भक्ति से भर दिया है वहां कवियों को भी कविताएं रचने पर मजबूर कर दिया है. देश के महान कवियों ने गंगा के घाट पर कई सुंदर कविताएं रच दी हैं.