Shani Dev Ki Drishti: हर ग्रह के पास एक ही दृष्टि होती है और वो है केवल सातवीं दृष्टि. बृहस्पति, मंगल और शनि के पास अन्य दृष्टियां भी होती हैं.
दरअसल, समस्त ग्रहों में सबसे ज्यादा ताकतवर दृष्टि शनि की होती है. शनि देव की दृष्टि कष्टकारी के साथ ही शक्तिशाली भी होती हैं. शनि के पास सातवीं के अलावा तीसरी और दसवीं दृष्टि भी होती है. ये दृष्टि जिस ग्रह, भाव या व्यक्ति पर पड़ती है, उसका नाश हो जाता है.
शनि की दृष्टि अलग अलग ग्रहों पर पड़कर अलग अलग दुष्परिणाम पैदा करती है. तो आइए जानते हैं कि शनि की दृष्टि के क्या क्या नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं.
सूर्य पर दृष्टि
अगर शनि की दृष्टि सूर्य पर पड़े को दांपत्य जीवन खराब होता है. पिता-पुत्र में संबंध अच्छे नहीं होते.
चंद्रमा पर दृष्टि
चंद्रमा पर दृष्टि हो तो तीव्र वैराग्य पैदा होता है. व्यक्ति सन्यासी होता है या मानसिक रोगी होता है.
मंगल पर दृष्टि
मंगल पर दृष्टि हो तो विस्फोट जैसी स्थिति आती है. और प्रचंड दुर्घटना के योग बनते हैं.