Chhoti Diwali 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के चतुर्दशी तिथि को छोटी दिवाली का त्योहार मनाया जाता है. छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन माता लक्ष्मी, यमराज देवता, श्री कृष्ण और भगवान गणेश की उपासना की जाती है. कहते हैं कि छोटी दिवाली की रात कुछ खास उपाय करने से जीवन में सुख समृद्धि बनी रहती है. तो आइए जानते हैं कि छोटी दिवाली की रात कौन से खास उपाय करने चाहिए.
छोटी दिवाली की रात महाउपाय
1. भगवान कृष्ण की पूजा
छोटी दिवाली या नरक चतुर्दशी के दिन भगवान श्री की पूजा का महत्व बताया गया है. इसलिए, छोटी दिवाली की रात भगवान कृष्ण के सामने एक दीया जलाएं और प्रार्थना करें, ऐसा करने से श्री कृष्ण की विशेष कृपा प्राप्त होती है.
2. हल्दी-चंदन का उबटन लगाएं
छोटी दिवाली को रूप चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन शाम की पूजा से पहले स्नान जरूर करें. लेकिन, स्नान से पहले हल्दी चंदन का उबटन जरूर लगाएं, ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है.
3. तिल के तेल से स्नान
रूप चतुर्दशी के दिन हल्दी-चंदन के उबटन के साथ ही तिल के तेल से स्नान करना चाहिए. इससे यमराज देवता और माता लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है.
4. यमदेवता के लिए दीपदान
नरक चतुर्दशी या छोटी दिवाली के दिन एक मुख्य दीप जलाना चाहिए. इस मुख्य दीपक को यमदेवता के लिए दीपदान कहा जाता है. यह दीया दीर्घायु और अच्छे स्वास्थ्य का प्रतीक होता है. साथ ही पूजा-उपासना के बाद चमत्कारी यंत्र जैसे श्री अष्टलक्ष्मी यंत्र और श्री कुबेर यंत्र को घर में स्थापित भी कर सकते है.
छोटी दिवाली को क्यों कहते हैं नरक चतुर्दशी
लोगों के मन में अक्सर ये सवाल उठता है कि आखिर छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी क्यों कहा जाता है तो आइए जानते हैं इसके पीछे का कारण. हिंदू मान्यता के मुताबिक, इस दिन भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण ने राक्षस नरकासुर का वध किया था. नरकासुर के बंदी गृह में 16 हजार से ज्यादा महिलाएं कैद थीं, जिन्हें भगवान कृष्ण ने आजाद कराया था. तब से छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी के तौर पर मनाया जाता है.