शुक्रवार को नवरात्रि की नवमी है. महानवमी के दिन मां दुर्गा के नौवें स्वरुप सिद्धिदात्री की पूजा होती है.
कहते हैं आज मां की पूजा करने वाले लोगों की हर मनोकामना पूरी होती है.
मां को कैसे प्रसन्न करें
- मां को लाल गुड़हल फूल की माला चढ़ाएं
- एक लौंग की माला चढ़ाएं
- धूपं दीप जलाकर लाल गुलाब फूल से पूजा करें
सिद्धिदात्री मां का खास भोग
- मां को चावल और मूंग दाल की खिचड़ी का भोग लगाएं.
- खिचड़ी में गाजर, पालक, मूली, गोभी और आलू डलेगा.
- खिचड़ी और खीर का भोग लगाकर लोगों खिलाना और बांटना है.
सामूहिक हवन करके हवन का लाभ लें
- नवमी को हवन करने का खास महत्व है. ऐसी मान्यता है कि नवरात्र के आखिरी दिन हवन करने से शत्रुओं का नाश होता है और जीवन में धन व सम्मान का आगमन होता है. हवन करके पूड़ी हलवे का भोग लगाएं और लोगों को बांटें. मां आपकी हर मनोकामना पूरी करेंगी.
हवन का मुहूर्त: दोपहर 12 से 1.30
हलवा पूड़ी और सब्जी बांटने का मुहूर्त: दोपहर 1.30 से 3.30
हवन मन्त्र : ॐ सिद्धि दात्री नमः स्वाहा, ॐ दुर्गायै नमः स्वाहा
शस्त्र पूजा से शत्रु शांत होते हैं
- मां के चरणों में एक चांदी की तलवार और त्रिशूल रखें
- इनपर लाल फूल, लाल सिंदूर चढ़ाकर पूजा करें
- फिर लाल वस्त्र लपेटकर तिजोरी या अलमारी में रखें
- शत्रु शांत होकर बैठकर जायेंगे