भगवान हनुमान का जन्मदिन हनुमान जयंती के तौर पर मनाया जाता है. यह दिन चैत्र शुक्ल पक्ष की 15वीं तारीख पर आता है जिसे चैत्र पूर्णिमा के नाम से भी जानते हैं.
पुराणों के अनुसार, हनुमान जी को श्रीराम का परम भक्त माना जाता है और इसे जुड़ी कई कथाएं भी हैं. वैसे बजरंगबली के भक्तों में हनुमान जयंती को लेकर खासा उत्साह रहता है और इस दिन उनका आशीर्वाद पाने के लिए वे खासतौर पर मंदिर में जाकर पूजा करते हैं.
हनुमान जी को भक्ति और शक्ति दोनों का अद्भुत मेल माना जाता है. इसी के दम पर उन्होंने अपने पूज्य श्रीराम को उनकी पत्नी सीता से मिलवाया और उनके भाई लक्ष्मण की जान बचाने के लिए संजीवनी बूटी पर्वत समेत उठा लाए थे.
क्या करें इस दिन
इस दिन हनुमान चालीसा और सुंदरकाण्ड का पाठ करते हुए परिवार के लिए मंगलकामना करें. हनुमान जी हर बुरी शक्ति का नाश कर हर काम में आगे बढ़ने में मदद करने वाले हैं.
इस दिन मंदिर जाएं तो हनुमान जी को सिंदूर , लड्डू और बूंदी का प्रसाद चढ़ाएं. केसरिया रंग के वस्त्र भी भगवान को अर्पण कर सकते हैं.
सच्चे मन और पूरी श्रद्धा से सभी के लिए प्रार्थना करें.
चूंकि हनुमान जी खुद श्रीराम के अनन्य भक्त थे तो आप श्रीराम की पूजा से भी उनको प्रसन्न कर सकते हैं .