कुंडली में ग्रहों की दशा खराब हो तो इंसान का जीवन दुखों से भरने में देर नहीं लगती है. सूर्य से लेकर शनि तक और बृहस्पति से लेकर मंगल तक हर ग्रह का हमारे जीवन पर अलग प्रभाव होता है. इसलिए इन ग्रहों को शांत रखने के उपाय अलग होते हैं. आइए आपको बताते हैं कुंडली में ग्रहों की बुरी दशा का प्रभाव कैसे कम किया जा सकता है.
सूर्य की खराब दशा होने पर क्या करें?
- नित्य प्रातः सूर्य को जल अर्पित करें
- आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें
- रविवार को गुड़ और गेंहू का दान करें
- रविवार को नमक का सेवन न करें
- रोज सायंकाल महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करें
चन्द्रमा की खराब दशा होने पर क्या करें?
- पूर्णिमा का व्रत रखें
- सोमवार को चावल, चीनी या दूध का दान करें
- "नमः शिवाय" का प्रातः और सायं 108 बार जाप करें
- यथाशक्ति शिव जी की उपासना करें
- काले रंग के वस्त्रों से परहेज करें
मंगल की खराब दशा होने पर क्या करें?
- मंगलवार का व्रत रखें
- मंगलवार को हनुमान जी को सिन्दूर चढ़ाएं
- नित्य प्रातः और सायं "राम रक्षा स्तोत्र" का पाठ करें
- रात्रि में सोने के पहले महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें
बुध की खराब दशा होने पर क्या करें?
- गणेश जी की उपासना करें
- बुधवार को हरी वस्तुओं का दान करें
- "ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः" का 108 बार जाप करें
- कांसे का छल्ला धारण करें
बृहस्पति की खराब दशा होने पर क्या करें?
- बृहस्पतिवार का व्रत रखें
- सोना और पीली चीज़ों से परहेज करें
- बृहस्पतिवार को चने की दाल का दान करें
- प्रातः विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें
- सायं महामृत्युंजय मंत्र की तीन माला का जाप करें
शुक्र की खराब दशा होने पर क्या करें?
- शुक्रवार को शिवलिंग पर इत्र और जल अर्पित करें
- शुक्रवार के दिन सफ़ेद मिठाई का दान करें
- हीरा भूलकर भी धारण न करें
- नित्य प्रातः और सायं 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें
- स्त्रियों का सम्मान करें, और उनसे आशीर्वाद लें
शनि की खराब दशा होने पर क्या करें?
- नित्य प्रातः सूर्य को जल चढ़ाएं
- सूर्य के सामने हनुमान चालीसा पढ़ें
- हर शनिवार को छाया दान करें
- हर शनिवार अपने सर से वारकर पशु को रोटी खिलाएं
- परामर्श लेकर मूंगा धारण करें
- सुबह और शाम तीन-तीन माला महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें