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Karwa Chauth 2021: सेहत ठीक नहीं तो ऐसे रखें करवा चौथ का व्रत, मिलेगा पूरा फल

Karwa Chauth 2021: पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाने वाला करवाचौथ का व्रत अपने नियमों को लेकर कठिन माना जाता है. ऐसे में यदि किसी महिला का स्वास्थ्य सही नहीं है, तो उनके लिए बड़ी समस्या खड़ी हो जाती हैं. ये व्रत निर्जल रखा जाता है. बीमारी की हालत में खाना और दवाई न खाते हुए निर्जल उपवास रहने से हालत और भी बिगड़ सकती है. ऐसे में ज्योतिष से जानते हैं स्वास्थ्य ठीक न होने पर कैसे रखना है व्रत.

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Karwa Chauth 2021
Karwa Chauth 2021
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बीमार हालत में व्रत रखना बेहद कठिन
  • ज्योतिषाचार्य ने बताये कुछ अहम नियम

Karwa Chauth 2021: करवा चौथ का व्रत 24 अक्टूबर 2021 दिन रविवार को रखा जाएगा. इस दिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं. ये व्रत अपने नियमों को लेकर बेहद कठिन माना जाता है. एक बार यदि व्रत शुरू किया, तो उसे बीच में बंद नहीं कर सकते हैं. ऐसे में उन महिलाओं के लिए सबसे बड़ी समस्या खड़ी हो जाती है, जिनका व्रत के दौरान स्वास्थ्य खराब होता है. बीमारी की हालत में इस व्रत का पालन करना आसान नहीं होता है. ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र से जानते हैं, कि यदि आपका स्वास्थ्य खराब है, तो किस तरह आपको ये व्रत रखना है, जिससे आपका व्रत का नियम टूटे भी नहीं और आपको व्रत का पूरा लाभ भी मिले. 

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स्वास्थ्य खराब होने पर इस तरह रखें व्रत
किसी महिला का स्वास्थ्य अत्यंत खराब है, तो उसका पति भावनात्मक रूप से व्रत का संकल्प लेकर निर्जला व्रत रखें. उसके बाद शाम को पूजा के समय प​त्नी को साथ बिठाकर पूजा कर सकते हैं. यदि पत्नी बैठने की भी स्थिति में नहीं है, तो पूजा सामग्री से प​त्नी की हाथ लगवाने के बाद पूजा करें. ऐसा करने से करवा चौथ व्रत का पूरा फल मिलेगा. यदि वहीं कोई महिला बीमार है और पूजा करने की स्थिति में हैं, तो वे फलाहारी उपवास रख कर भी इस व्रत के नियम का पालन कर सकती हैं. उनका निर्जल व्रत ही माना जाएगा. 

हॉस्पिटल में भर्ती हैं तो क्या करें?
वहीं जो महिलाएं स्वास्थ्य खराब होने की वजह से हॉस्पिटल में भर्ती हैं, वे भी बहुत छोटे से उपाय से इस व्रत का पालन कर सकती हैं. ऐसी महिलाएं यदि नहाने की स्थिति में नहीं हैं, तो पानी के कुछ छीटों से खुद को शुद्ध कर लें, उसके बाद शाम के समय भावनात्मक रूप से चंद्रमा को प्रणाम और अ‌र्घ्य देते हुए, व्रत पूर्ण कर सकती हैं. ऐसा करने से भी उन्हें व्रत का पूरा फल मिलेगा. 

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