अमेरिका में एक आकाशीय बिजली गिरी. इसके गिरते ही इसके नाम पर सबसे लंबी बिजली का रिकॉर्ड बन गया. इसने करीब अमेरिका एक हिस्से से दूसरे हिस्से तक खुद को फैला लिया था. संयुक्त राष्ट्र की मौसम एजेंसी ने इसे दुनिया की सबसे लंबी आकाशीय बिजली का दर्जा दिया है. यह 768 किलोमीटर लंबी थी. (फोटोः रॉयटर्स)
वैज्ञानिकों ने इसे मेगाफ्लैश (Megaflash) नाम दिया है. यह गिरी थी अप्रैल 2020 में. तब से लेकर अब तक दुनिया भर में गिरी बिजलियों के रिकॉर्ड की जांच की जा रही थी. लेकिन यह बिजली सबसे लंबी निकली. यह जब चमकी तो टेक्सास से लेकर मिसिसिपी तक देखी गई. वैज्ञानिकों ने इसे एक सैटेलाइट के जरिए रिकॉर्ड किया था. इसे पिछले रिकॉर्ड को 60 किलोमीटर से पिछाड़ दिया है. जिसकी पुष्टि वर्ल्ड मेट्रोलॉजिकल ऑर्गेनाइजेशन (World Meteorological Organization - WMO) ने भी किया है. (फोटोः रॉयटर्स)
WMO की प्रवक्ता क्लेयर नलिस ने बताया कि अगर आप 768 किलोमीटर की दूरी प्लेन से यात्रा करेंगे तो करीब डेढ-दो घंटे लगेंगे. लेकिन यहां पर बिजली ने यह दूरी कुछ सेकेंड्स में पूरी कर ली. इससे पहले जून 2020 में उरुग्वे और अर्जेंटीना के ऊपर मैगाफ्लैश गिरी थी. जो करीब 17.1 सेकेंड्स तक दिखाई दी थी. अच्छी बात ये है कि दोनों ही मेगाफ्लैश ने धरती को नहीं छुआ था. नहीं तो बड़ी आपदा आ सकती थी. (फोटोः रॉयटर्स)
उरुग्वे और अर्जेंटीना से पहले एक बिजली गिरी थी, जो पूरी ब्राजील को बीच से आधे में बांट रही थी. यह आकाशीय बिजली 709 किलोमीटर तक फैली थी. WMO के अनुसार दो साल पहले अर्जेंटीना में दर्ज की गई सबसे लंबे समय तक चमकने वाली बिजली. यह 17.1 सेकेंड तक चमकती रही है. (फोटोः एपी)
U.S. lightning bolt leaps into record books at 477 miles long https://t.co/niVWzo9hrF pic.twitter.com/QioKtZHPgb
— Reuters (@Reuters) February 1, 2022
इसके पहले ऐसी बिजलियों का रिकॉर्ड अमेरिका और फ्रांस में दर्ज किया गया था. इस बारे में अमेरिकन जियोफिजिकल यूनियन के रिसर्च लेटर में लेख प्रकाशित हुआ था. WMO के एक्सपर्ट की कमेटी दो साल पहले दक्षिणी ब्राजील के ऊपर 31 अक्टूबर 2018 को गिरी बिजली को सबसे बड़ी आकाशीय बिजली करार दिया है. इस आकाशीय बिजली ने 709 किलोमीटर की दूरी तय की थी. इतनी दूरी बोस्टन से वॉशिंगटन डीसी या लंदन से स्विट्जरलैंड तक के बीच है. (फोटोः एपी)
WMO ने उत्तरी अर्जेंटीना में 4 मार्च 2019 को गिरी बिजली को अब तक के इतिहास की सबसे लंबे समय तक चमकने वाली बिजली माना है. यह 17.1 सेकेंड्स तक चमकती रही थी. जो भी बिजलियां 100 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तक फैलती हैं, उन्हें मेगाफ्लैश कहते हैं. इसके पहले 2007 में 321 किलोमीटर लंबी बिजली अमेरिका के ओक्लाहोमा में दर्ज की गई थी. वहीं, 2012 में फ्रांस के ऊपर 7.74 सेकेंड तक चमकने वाली बिजली को सबसे लंबे समय तक चमकने वाली बिजली माना गया था. (फोटोः गेटी)
WMO के एक्सपर्ट प्रोफेसर रैंडेल सर्वेनी ने कहा कि एक बिजली की इतनी लंबी यात्रा और एक बिजली का इतने समय तक चमकना प्रकृति की ताकत को दिखाता है. साथ ही हमें मौका देता है कि हम कुछ स्टडी या रिसर्च कर सकें. हम और बेहतर रिकॉर्ड दर्ज करेंगे भविष्य में. हमारी टेक्नोलॉजी और अत्याधुनिक हो रही है. साल 2016 में अमेरिका ने पहली बार दुनियाभर में चमकने वाली आकाशीय बिजलियों का नक्शा तैयार किया था. ताकि पूरी धरती को लेकर एक अध्ययन करने में आसानी हो. तभी से WMO आकाशीय बिजलियों को लेकर दो रिकॉर्ड की पुष्टि करके उन्हें आम जनता की जानकारी के लिए जारी करता है. (फोटोः गेटी)
इन बिजलियों की निगरानी अमेरिकी सैटेलाइट लाइट मैपिंग एरे (LMA), जियोस्टेशनरी लाइटनिंग मैपर्स (GLMs), जियोस्टेशनरी ऑपरेशनल एनवॉयरनमेंटल सैटेलाइट्स (GOES), यूरोप के मिटियोसेट थर्ड जेनेरेशन लाइटनिंग मैपर (MTG) और चीन के एफवाई-4 लाइटनिंग मैपिंग इमेजर से की जाती है. (फोटोः गेटी)
बिजली गिरने से एक साथ मरने वालों का रिकॉर्ड भी WMO रखता है. 1975 में जिम्बाब्वे में 21 लोगों को एक ही आकाशीय बिजली ने सीधे मार दिया था. वहीं, 1994 में मिस्र में एक तेट टैंक के पर बिजली गिरने से टैंक फट गया उसमें से जलते हुए तेल की बाढ़ ड्रोंका कस्बे में आ गई. इससे 469 लोग मारे गए थे. (फोटोः गेटी)