दुनिया भर की खबरों की तस्वीरें लेने वाले फोटोग्राफर्स को साल में एक बार अवॉर्ड जीतने का मौका मिलता है. वर्ल्ड प्रेस फोटो कॉन्टेस्ट में इस साल की पांच नॉमिनेटेड फोटोग्राफ्स में दुनिया की हर स्थिति का बयान किया गया है. पिछले साल कोरोनावायरस सबसे बड़ा इवेंट था, अब भी है. लेकिन कोरोनावायरस में मास्क कितना जरूरी है, इस हालात को दिखाने के लिए इससे अच्छी तस्वीर नहीं हो सकती है. इस तस्वीर में कैलिफोर्निया सी लायन (समुद्री लायन) समुद्र के अंदर एक मास्क से खेल रहा है. इस तस्वीर को लिया है अमेरिका के फोटोग्राफर राल्फ पेस ने. ये तस्वीर बताती है कि कोरोनावायरस महामारी में जीवन का क्या महत्व है. (फोटोः राल्फ पेस)
डैनिश अखबार पॉलिटिकेन में प्रकाशित यह तस्वीर ब्राजील के साओ पाउलो में ली गई है. इसे नाम दिया गया है 'द फर्स्ट एंब्रेस' (The First Embrace). इसमें केयर होम में रहने वाली बुजुर्ग महिला रोजा लूजिया लूनार्डी को नर्स एड्रियाना सिल्वा डे कोस्टा सूजा ने कई महीनों आइसोलेशन में रहने के बाद गले लगाया. कोरोना के चलते लाखों ब्राजीलियन लोग अपने रिश्तेदारों से मिल नहीं पा रहे हैं. ऐसे में प्यार की इस झप्पी से न जाने कितनी राहत मिली होगी. इस तस्वीर को लिया है फोटोग्राफर मैड्स निस्सेन ने. (फोटोः मैड्स निस्सेन)
फोटोग्राफी अवॉर्ड में फोटो ऑफ द ईयर के लिए टिड्डियों के हमले की इस तस्वीर को नामांकित किया गया है. इस तस्वीर को द वॉशिंगटन पोस्ट के लिए फोटोग्राफर लुईस टैटो ने लिया है. इसमें दिख रहा है कि पूर्वी अफ्रीका में हुए टिड्डियों के हमले से एक केन्या का किसान किस तरह जूझ रहा है. टिड्डियों के हमले ने पिछली साल कई देशों में तबाही मचाई थी. (फोटोः लुईस टैटो)
California Sea Lion Plays with Mask by Ralph Pace is nominated in the Environment (Singles) category of the @worldpressphoto contest.
— New Scientist (@newscientist) April 7, 2021
See more shortlisted images: https://t.co/5tA83ksTa5 pic.twitter.com/nCHm9neWcN
ये तस्वीर नेचर सिंगल्स कैटेगरी में शामिल की गई है. इसे न्यू लाइफ मैगजीन के लिए फोटोग्राफर जैएमी कुलेब्रास ने लिया है. जैएमी ने ये तस्वीर इक्वाडोर के ट्रॉपिकल एंड्रियल क्लाउड फॉरेस्ट में ली थी. एक पत्ते की नोक से लटके ये छोटे जीव विलीस ग्लास फ्रॉग के अंडे के हैं. ये मेंढक के एक बेहद दुर्लभ प्रजाति की तस्वीर है. (फोटोः जैएमी कुलेब्रास)
क्लाइमेट चेंज से संघर्ष का एक तरीका ये भी है कि आप अपना ग्लेशियर खुद बना ले. यह तस्वीर नेशनल जियोग्राफिक के लिए फोटोग्राफर सिरिल जैजबेक ने लिया है. यह पर्यावरण स्टोरी कैटेगरी में नामांकित हुई है. इस आइस कोन (Ice Cone) को भारत के लद्दाख में बनाया गया है. यह खेती के लिए पानी को बचाने के एक तरीका है. क्योंकि लद्दाख में पानी के एकमात्र स्रोत ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं. 15 अप्रैल को इन फोटोग्राफ्स में किसी का चयन करके अवॉर्ड दिया जाएगा. (फोटोः सिरिल जैजबेक)