अंतरिक्ष में अब तक की सबसे बड़ी गैलेक्सी (Galaxy) खोज ली गई है. यह असल में एक मॉन्स्टर गैलेक्सी है. हमारी आकाशगंगा से 100 गुना ज्यादा चौड़ी. हमारे सौर मंडल से 300 करोड़ प्रकाशवर्ष दूर. इसका नाम है अल्सियोनियस (Alcyoneus). यह एक विशालकाय रेडियो गैलेक्सी है. जो अंतरिक्ष में 5 मेगापारसेक्स (Megaparsecs) में फैली है. इसकी लंबाई 1.63 करोड़ प्रकाश वर्ष है. यह अब तक खोजी गई अंतरिक्ष की सबसे बड़ी आकृति है. (फोटोः Oei et al., arXiv, 2022)
इसे खोजने के बाद अंतरिक्ष विज्ञानियों को लगता है कि उन्हें अंतरिक्ष के बारे में बहुत कम ज्ञान है. अंतरिक्ष में रहस्यों का खजाना है. अल्सियोनियस (Alcyoneus) के इस बड़े आकार के पीछे की वजह खोजी जा रही है. इसके अंदर कई बड़े ब्लैक होल्स (Black Holes) हैं. तेजी से चलने वाले आवेषित कण हैं जो रेडियो तरंगों को इंटरगैलेक्टिक मीडियम बनकर इधर से उधर ले जा रहे हैं. (फोटोः गेटी)
अल्सियोनियस (Alcyoneus) से निकलने वाले जेट स्ट्रीम भी बहुत बड़े हैं. इसलिए इन्हें जायंट रेडियो गैलेक्सी (GRGs) कहते हैं. फिलहाल इनके इतने बड़े होने की वजह पता नहीं है. इसे खोजा है लीडेन यूनिवर्सिटी (Leiden University) के पीएचडी शोधार्थी मार्टिन ओई और उनके साथियों ने की है. वो अब इसकी बनावट और रचना से संबंधित रहस्यों का खुलासा करने में लगे हैं. (फोटोः गेटी)
अल्सियोनियस (Alcyoneus) के बारे में एक रिपोर्ट जर्नल एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स में प्रकाशित हुई है. लेकिन अभी इसका पीयर रिव्यू नहीं हुआ है. मार्टिन का मानना है कि अगर इस महागैलेक्सी के बनने के पीछे किसी छोटी गैलेक्सी का हाथ है तो वह अब भी इसी के अंदर मौजूद होगी. उसी की वजह से इसका आकार लगातार बढ़ रहा है. हमें बस उसी की खोज करनी है. (फोटोः गेटी)
अल्सियोनियस (Alcyoneus) एक ग्रीक शब्द है. जो हरक्यूलिस (Hercules) का विशालकाय दुश्मन था. इसका शाब्दिक मतलब होता है विशालकाय पुठ्ठा (Mighty Ass). यह 5.04 मेगापारसेक्स चौड़ा है. यानी हमारी आकाशगंगा की चौड़ाई से 100 गुना ज्यादा. इस आकाशगंगा में इतने ढेर सारे तारे हैं, जिनका वजन हमारे सूरज से अरबों गुना ज्यादा है. इसके अंदर मौजूद ब्लैक होल 40 करोड़ सोलर मास के बराबर है. (फोटोः गेटी)
The Largest Galaxy Ever Found Is Absurdly Enormous And Strangely Ordinaryhttps://t.co/Q1NUCeHzmy pic.twitter.com/P4YDnekAKY
— IFLScience (@IFLScience) February 15, 2022
एक बात जो अल्सियोनियस (Alcyoneus) को सबसे अलग बनाती है, वो है इसके अंदर मौजूद दबाव क्षेत्र. जो किसी रेडियो गैलेक्सी के अंदर मौजूद सबसे गर्म इंटरगैलेक्टिक माध्यम है. अब तक अंतरिक्ष में करीब एक हजार GRGs का पता चला है. लेकिन इनमें से कोई भी 3 मेगापारसेक्स से ज्यादा नहीं था. सिर्फ एक J1420-0545 ही है, जो अल्सियोनियस (Alcyoneus) के थोड़ा ही छोटा है. (फोटोः गेटी)
अल्सियोनियस (Alcyoneus) के सुपर चार्ज्ड पार्टिकल यानी आवेषित कणों को सिंक्रोट्रॉन (Sychrotron) कहते हैं. जो गैलेक्सी के अंदर रेडियो तरंगों के संचार को बनाते हैं. ये तरंगे पूरी आकाशगंगा में एक तरफ से दूसरी तरफ तक जाती हैं. ये असल में रेडियो जेट्स होती हैं, जो बिना किसी को पता चले एक जगह से दूसरी जगह लगभग प्रकाश की गति से चली जाती हैं. (फोटोः गेटी)