11 जनवरी 2024 को चीन की कंपनी ओरियनस्पेस के नए रॉकेट ने समंदर में खड़े जहाज से लॉन्चिंग की. रॉकेट का नाम Gravity-1 है. यह जहाज पीले सागर (Yellow Sea) में खड़ा था. इस रॉकेट में तीन युनयाओ-1 (Yunyao-1) सैटेलाइट्स थे. ये कॉमर्शियल सैटेलाइट्स मौसम संबंधी जानकारियां देंगे.
ओरियनस्पेस ने बताया कि पहली लॉन्चिंग सफल रही है. सभी सैटेलाइट्स उनकी निर्धारित कक्षा में पहुंच गए हैं. ग्रैविटी रॉकेट 6500 किलोग्राम वजन के सैटेलाइट्स को धरती की निचली कक्षा में स्थापित करने की ताकत रखता है.
यह चीन का सबसे ताकतवर कॉमर्शियल रॉकेट हैं. जो सिर्फ सॉलिड फ्यूल लॉन्चर से चलता है. आमतौर पर रॉकेट्स में सॉलिड और लिक्विड दोनों प्रकार के फ्यूल का इस्तेमाल होता है. इसे दुनिया का सबसे ताकतवर सॉलिड फ्यूल रॉकेट कहा जा रहा है.
Gravity-1 full-solid-fuel rocket liftoff from launch pad on the ocean! Full HD: https://t.co/yBOjIL5ORh pic.twitter.com/djNUog3nwy
— CNSA Watcher (@CNSAWatcher) January 11, 2024
ओरियनस्पेस ऐसे और रॉकेट्स बनाने की तैयारी में है. क्योंकि ग्रैविटी की सफलता ने उन्हें हिम्मत दी है. इसके बाद ग्रैविटी-2 रॉकेट बनाया जा रहा है. जिसमें कोर स्टेड लिक्विड फ्यूल का होगा, जबकि बूस्टर्स सॉलिड फ्यूल रॉकेट होंगे.
ओरियनस्पेस 2025 में ग्रैविटी-2 रॉकेट लॉन्च करने की तैयारी में है. ये रॉकेट 25.6 टन वजनी सैटेलाइट्स को धरती की निचली कक्षा में पहुंचा देगा. इसके बाद ग्रैविटी-3 रॉकेट बनाने की भी तैयारी है. जिसका कोर इंजन ग्रैविटी-2 वाला ही होगा. लेकन यह अमेरिका के फॉल्कन-9 रॉकेट जैसे बूस्टर्स से लैस होगा. ये 30.6 टन के सैटेलाइट लॉन्च कर पाएगा.
फाल्कन-9 और फाल्कन हैवी रॉकेट धरती की निचली कक्षा में 25 टन और 70 टन के सैटेलाइट लॉन्च कर पाते हैं. ग्रैविटी-1 की लॉन्चिंग इस साल चीन की चौथी लॉन्चिंग थी.