Iceland का एक शहर है ग्रिंडाविक. जहां अचानक सड़कें धंसने लगी हैं. सीधी रेखा में बनी सड़क टूट गई है. एक हिस्सा ऊपर उठ गया है. दूसरा हिस्सा नीचे चला गया है. बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं. दरारों से गंदी और गर्म गैस निकल रही है. यह एक नए किस्म की प्राकृतिक आपदा है. (फोटोः रॉयटर्स)
वीकेंड पर इस शहर से करीब चार हजार लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है. लोगों ने इलाका तो छोड़ दिया लेकिन उन्हें अपनी संपत्ति की चिंता हो रही है. क्योंकि वैज्ञानिकों को अंदेशा है कि यहां पर बड़ा ज्वालामुखी विस्फोट होने वाला है. ग्रिंडाविक में ज्यादातर मछुआरे रहते हैं. ज्यादातर लोगों का व्यवसाय मछली से जुड़ा है. (फोटोः रॉयटर्स)
इतना ही नहीं सड़कों पर दरारें आने से पहले कई बार भूकंप के झटके आए. झटकों से दरारें पड़ीं. दरारों से गर्म भाप निकल रही है. पुलिस और राहतकर्मी सड़कों से लोगों को हटा रहे हैं. दरारों की तस्वीरें ले रहे हैं. कई जगहों पर सड़क पिघल कर धंस चुकी है. (फोटोः रॉयटर्स)
राहत एवं बचावकर्मी पूरे शहर में घूम-घूम कर हर घर की तलाशी ले रहे हैं, ताकि ये पता कर सकें कि कोई इंसान वहां बचा तो नहीं है. अगर है तो उसे तत्काल सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया जाए. फिलहाल पूरे कस्बे के ऊपर बारिश वाले बादल छाए हैं. वहीं जमीन के नीचे लावा का बहाव तेज होता जा रहा है. (फोटोः रॉयटर्स)
ग्रिंडाविक कस्बे के नीचे लावा बह रहा है. यहीं पर ज्वालामुखी विस्फोट की आशंका है. आइसलैंड के मौसम विभाग के मुताबिक जिस हिसाब से जमीन के नीचे मैग्मा का बहाव है, उससे लगता है कि भयानक ज्वालामुखी विस्फोट होने वाला है. (फोटोः रॉयटर्स)
लावा का बहाव, गर्मी, दरारें, धंसाव देखकर ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि अगले कुछ ही दिनों में यहां पर ज्वालामुखी फटेगा. रेकजेन्स इलाके में जहां लोग नहीं रहते, वहां हाल के वर्षों में कई बार ज्वालामुखी विस्फोट हुआ है. लेकिन ऐसा पहली बार हो रहा है कि ग्रिंडाविक द्वीप पर ज्वालामुखी विस्फोट की आशंका है. (फोटोः रॉयटर्स)
ग्रिंडाविक की जमीन के नीचे 10 km लंबाई में लावा बह रहा है. जिसकी गहराई करीब 800 मीटर है. इस लावा बहाव से पैदा हुए भूकंपों की वजह से आइसलैंड के प्रमुख पर्यटन स्थल ब्लू लगून जियोथर्मल स्पा को बंद कर दिया गया है. (फोटोः रॉयटर्स)
रेकजेन्स इलाका राजधानी रेकजाविक से दक्षिण-पश्चिम में है. यह इलाका भूकंप और ज्वालामुखी के लिए ही जाना जाता है. दो साल पहले मार्च में यहां पर बड़ा ज्वालामुखी विस्फोट हुआ था. 2021 हुआ ज्वालामुखी विस्फोट छह महीने तक लावा उगलता रहा. इसके बाद अगस्त 2022 में फिर एक विस्फोट हुआ, जिसका लावा तीन हफ्ते तक बहता रहा. (फोटोः एपी)
ये सारे विस्फोट फैगराडाल्सजाल ज्वालामुखी से निकली लावा की नहरों की जाल की वजह से हो रहे हैं. ज्वालामुखी की जमीनी सुरंगें 6 किलोमीटर चौड़ी और 19 किलोमीटर लंबी है. ये करीब 6 हजार साल तक शांत पड़ी थीं. लेकिन पिछले दो साल से ये लगातार इनमें विस्फोट हो रहा है. (फोटोः एपी)