इजरायल के सैनिकों ने एक दिन की लड़ाई में 150 हमास आतंकियों को मार डाला. ये लड़ाई इस वीकेंड पर गाजा में अलग-अलग स्थानों पर हुई. लेकिन इस समय खतरनाक जंग अल-शिफा अस्पताल के पास चल रही है. हमास आतंकी मरीजों और घायलों को ढाल बनाकर वहीं से अपना कमांड सेंटर चला रहे हैं. (फाइल फोटोः विकिपीडिया)
माना जा रहा है कि हमास और इस्लामिक जिहाद को मिलाकर कुछ 15 से 50 हजार आतंकी इजरायली सैनिकों से लड़ रहे हैं. लेकिन इजरायली डिफेंस फोर्सेस (IDF) ने एक दिन में 150 आतंकियों को मारकर हमास की रीढ़ तोड़ दी है. हालांकि इस लड़ाई में इजरायल के छह जवान भी मारे गए. (फोटोः रॉयटर्स)
इजरायली सेना ने बताया कि उनके 401वें ब्रिगेड ने हमास के शाटी बटालियन के बद्र आउटपोस्ट को खत्म कर दिया है. यहीं पर 150 आतंकियों को मार गिराया गया. इस जंग में इजरायली सेना के एक मेजर समेत छह जवान मारे गए. दो अन्य सैनिक दूसरी जगह पर जंग लड़ते हुए आतंकियों की गोलियों का शिकार हो गए. (फोटोः एपी)
हमास के शाटी बटालियन पर हमला करने के लिए इजरायली सेना को हवाई हमले, टैंक और आर्टिलरी यूनिट्स की मदद लेनी पड़ी. शाटी बटालियन रेफ्यूजी कैंप और नागरिक इमारतों के आसपास बसा हुआ था. लेकिन इजरायली सेना ने बहुत ही बारीकी से बिना आम लोगों को नुकसान पहुंचाए इस आतंकी बटालियन को खत्म कर दिया. (फाइल फोटोः गेटी)
इजरायली सेना ने दावा किया है कि लड़ाई शुरू होने के बाद से अब तक हजारों आतंकी मारे गए हैं. जंग के पहले हफ्ते में ही इजरायल ने 1500 से ज्यादा हमास आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया था. कुछ लोगों का मानना है कि हमास आतंकी तब तक शांत नहीं होंगे, जब तक उनका लीडर याहया सिनवार और मोह्म्मद दैफ मारे नहीं जाते. (फोटोः एपी)
शाटी बटालियन को खत्म करने के अलावा इजरायली सेना ने कई जगहों पर हमास के मिलिट्री पोस्ट खत्म कर दिए हैं. हथियार डिपो उड़ा दिये हैं. शाटी सीमा के पास हमास का बद्र आउटपोस्ट आखिरी सबसे बड़ा पोस्ट था. इसके पास में ही रॉकेट लॉन्च स्टेशन था, उसे भी इजरायली सेना ने बर्बाद कर दिया है. (फोटोः एपी)
करीब 30 हमास आतंकियों ने खुद को ब्लू बीच होटल में छिपा रखा था. वहीं से इजरायली सैनिकों पर हमला कर रहे थे. कई बार इजरायली सैनिकों पर एंटी-टैंक मिसाइलें दागी गईं. जब इन आतंकियों को मारा गया, तब पता चला कि ये होटल के कमरों को अपनी ढाल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे थे. वहीं से इजरायली सेना पर हमला कर रहे थे. (फोटोः फ्लिकर)
इस वीकेंड पर इजरायल ने हमास के 11 बड़े मिलिट्री पोजिशन को बर्बाद किया है. लेकिन अब भी असली लड़ाई अल-शिफा अस्पताल के आसपास चल रही है. अल-शिफा अस्पताल के आसपास काफी घना इलाका है. हमास आतंकियों ने इस अस्पताल को अपना कवच बना रखा है. वहीं पर हमास का आतंकी कमांड सेंटर है. (फोटोः एपी)
इजरायली सेना इस अस्पताल पर कब्जा करना चाहती है. ताकि गाजा शहर के अंदर बाकी के हिस्सों को आसानी से कब्जे में लिया जा सके. तेल अवीव में इंस्टीट्यूट ऑफ नेशनल सिक्योरिटी स्टडी के प्रोफेसर कोबी माइकल ने कहा कि हमास के हर ढांचे, आतंकी, सेंटर को खत्म करना होगा. नहीं तो ये फिर से सिर उठाएंगे, जो नुकसानदेह है. (फोटोः एपी)
इजरायली सरकार और सैनिकों को यह पता है कि हमास ने अल-शिफा अस्पताल के अंदर तहखाने में अपना कमांड सेंटर बना रखा है. अस्पताल के अंदर हमास आतंकियों के बंकर हैं. आतंकी मरीजों, मेडिकल स्टाफ और हजारों विस्थापित और किडनैप किए गए लोगों को वो ह्यूमन शील्ड की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं. (फोटोः रॉयटर्स)
हमास इस बात से मना कर रहा है कि उसने ऐसा कुछ किया है. लेकिन अल-शिफा के आसपास इजरायली सेना ने स्नाइपर तैनात कर दिए हैं. चारों तरफ से इजरायली सैनिक जैसे ही आतंकी देखते हैं, उन्हें गोली मार देते हैं. इजरायली सैनिकों को पता है कि उनके ऊपर अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार जैसे कई तरह के दबाव हैं. (फोटोः एपी)
इजरायली सैनिक इसी दबाव को खत्म करने के लिए बेहतर प्लानिंग के साथ आगे बढ़ रहे हैं. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अल-शिफा अस्पताल में ईंधन सप्लाई का वादा किया है. सप्लाई हो भी रही है. लेकिन आतंकी ईंधन अपने पास जमा कर ले रहे हैं. इसलिए बीच-बीच में सप्लाई रोक दी जा रही है. (फोटोः रॉयटर्स)
इजरायली सेना कह रही है कि अस्पताल से लोगों को निकालने का सुरक्षित रास्ता है. लेकिन उसके अंदर मौजूद लोग इतने ज्यादा डरे हैं कि वो बाहर ही नहीं आना चाहते. अस्पताल के अंदर करीब 1500 मरीज अब मौजूद हैं. हजारों मरीज और लोग भाग गए. लेकिन सबके बस की बात नहीं थी कि वो अस्पताल को छोड़कर जा सकें. (फोटोः एपी)