स्पेन के कैनरी आइलैंड पर स्थित ला पाल्मा ज्वालामुखी (La Palma Volcano) शांत नहीं हो रहा है. करीब दो महीनों से यह ज्वालामुखी लगातार लावा उगलता ही जा रहा है. नतीजा ये है कि इसके गर्म लावे की वजह से 1484 इमारतें जलकर खाक हो गई हैं. ज्वालामुखी से निकले लावे ने पूरे आइलैंड को पार करके करीब 3.50 किलोमीटर की दूरी तय करके अटलांटिक महासागर में नया डेल्टा (Delta) बना दिया है. (फोटोः यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना)
लावा की नदियां पूरे आइलैंड से बहकर समुद्र तक पहुंच चुकी है. जमीन के गर्भ से निकले राख की वजह से पूरा आइलैंड राख के पहाड़ों में तब्दील हो चुका है. अब इस ज्वालामुखी के मुंह से लावा के बड़े-बड़े गर्म पिघले हुए पाइरोक्लास्टिक पत्थर निकल रहे हैं. लावा की वजह से 1195 घर, 160 खेती से जुड़ी इमारतें, 67 औद्योगिक इमारतें, 34 गोदाम, 123 सार्वजनिक इमारतें और 15 अन्य उपयोग की इमारतें जल चुकी हैं. (फोटोः कॉपरनिकस सेंटीनल-2)
लावा की नदियों की चौड़ाई करीब 3.30 किलोमीटर है. लावा की वजह से 340.59 हेक्टेयर खेत राख में तब्दील हो चुके हैं. इनमें से 211.19 हेक्टेयर में केले की खेती होती थी. 60 वाइनयार्ड थे और 26 एवोकाडो प्लांटेशन थे. कैनरी आइलैंड के वैज्ञानिकों ने देखा है कि ज्वालामुखी के दक्षिणी ओर एक नया मुंह खुल गया है, जहां से लावा तेजी से निकल रहा है. यहां से निकलने वाले लावा की गति 600 मीटर प्रतिघंटा है. यहां पर लगातार भूकंपीय गतिविधियां भी हो रही हैं. अक्सर जमीन कांपने लगती है. उसके साथ ही ज्वालामुखी गुर्राने लगता है. (फोटोः रॉयटर्स)
For some great images of La Palma lava flows and lava delta build out into the Atlantic Ocean. #Volcanic #eruption #LaPalma @ESRI: https://t.co/EAkjdi78EY pic.twitter.com/n2yAXIId33
— AZ Geological Survey (@AZGeology) October 15, 2021
ला पाल्मा ज्वालामुखी (La Palma Volcano) से निकलने वाली राख 4800 मीटर ऊंचाई तक जा रही है. यानी करीब 5 किलोमीटर ऊंचाई तक राख पहुंच रही है, फिर हवा के साथ आसपास के इलाकों को राख के ढेर में तब्दील कर रही है. समुद्र में बना नया डेल्टा गर्म है. इसलिए वहां से लगातार सफेद धुआं उठ रहा है. क्योंकि जब लावा अटलांटिक महासागर से मिलता है तब धुआं बनता है. इसकी वजह से इस द्वीप पर मौजूद एयरपोर्ट बंद है. क्योंकि घने धुएं और राख की वजह से यहां पर उड़ान सेवाएं बंद हैं. (फोटोः एएफपी)
ला पाल्मा ज्वालामुखी दो महीने पहले 50 साल बाद फटा था. यह अब भी हजारों फीट ऊपर तक लावा फेंक रहा है. पांच जगहों से लावा फूटकर बाहर निकल रहा था. अब तो यह अनगिनत जगहों से बाहर आ रहा है. पहले लावा शहर को तीन तरफ से घेर रहा था, अब इसने चारों तरफ से घेर रखा है. ला पाल्मा ज्वालामुखी (La Palma Volcano) को ला कंब्रे वियेजा (La Cumbre Vieja) यानी द ओल्ड समिट (The Old Summit) भी कहा जाता है. (फोटोः एपी)
Eruption/activity update - The latest data published indicate that more than 1,100 hectares of land have been covered by lava flows, with a maximum width of the flows reaching 3,350 meters. The southern lava delta has an area of app...https://t.co/Rk2ZmsCFXK
— VolcanoDiscovery (@volcanodiscover) November 25, 2021
इसके पहले यह अक्टूबर 1971 में फटा था. तब इसने तीन हफ्तों तक लावे की नदियां बहाई थीं. 19 सितंबर 2021 की रात में हुए विस्फोट के बाद से यह ज्वालामुखी लगातार लावा उगल रहा है. पास के एल-पासो कस्बे के दर्जनों मकान जल चुके हैं. पास के गांवों के खेत और घर पिघल कर मिट्टी में मिल चुके हैं. अब तक इस ज्वालामुखी के आसपास स्थित रिहायशी इलाकों से करीब 7 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है. स्थानीय ज्वालामुखी विज्ञानियों ने अंदाजा लगाया था कि यह करीब एक हफ्ते तक लावा फेकेगा, लेकिन इसने तो हद ही कर दी है. (फोटोः एपी)
इस ज्वालामुखी ने इतना लावा फेंका कि वह ज्वालामुखी से बहकर शहर को पारकर समुद्र में जा मिला है. 11 सितंबर के आसपास स्थानीय प्रशासन ने चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि ला पाल्मा ज्वालामुखी (La Palma Volcano) किसी भी समय फट सकता है. चेतावनी जारी करने से पहले वैज्ञानिकों ने ला पाल्मा ज्वालामुखी (La Palma Volcano) के आसपास के इलाकों में 4000 से ज्यादा छोटे भूकंपों को रिकॉर्ड किया था. इसे भूकंप की लहर कहते हैं. अगर लगातार कहीं पर भूकंपीय गतिविधि होती है और वहां पर ज्वालामुखी होता है, उसके फटने की आशंका बढ़ जाती है. इसका मतलब ये होता है कि धरती के केंद्र से लावा तेजी से ज्वालामुखी के जरिए बाहर निकलने के लिए ऊपर की ओर आ रहा है. (फोटोः रॉयटर्स)
स्पेन के वैज्ञानिकों ने 16 सितंबर को देखा कि भूकंप की चेतावनी जारी करने के बाद ला पाल्मा ज्वालामुखी (La Palma Volcano) के आसपास की जमीन सूजने लगी थी. वह करीब 2.3 इंच ऊपर उठ गई थी. इसके बाद वैज्ञानिकों ने दूसरे सबसे उच्च स्तर की यलो लेवल चेतावनी जारी की. कैनरी आईलैंड वॉलकैनो इंस्टीट्यूट में वॉलकैनो मॉनिटरिंग डिपार्टमेंट के प्रमुख लूका डीऑरिया ने कहा कि हमने जब भूकंप और धरती के सूजने की घटना रिकॉर्ड की तभी समझ आ गया था कि यह ज्वालामुखी 50 साल बाद फिर फटने वाला है. (फोटोः रॉयटर्स)
11 सितंबर से अब तक ला पाल्मा ज्वालामुखी (La Palma Volcano) के आसपास 22 हजार से ज्यादा भूकंप रिकॉर्ड किए गए हैं. 19 सितंबर को लूका डीऑरिया की आशंका सही साबित हुई. अच्छी बात ये थी कि 16 सितंबर के बाद से ही ज्वालामुखी के आसपास के रिहायशी इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया गया था. उनके साथ घरेलू जानवर और मवेशियों को भी इलाके से दूर भेज दिया गया था. लूका डीऑरिया ने कहा कि जब यह पहले दिन फटा तक इसके लावा की धार ने करीब 1 किलोमीटर की ऊंचाई हासिल की थी. राख का गुबार और धुएं के बादलों ने चारों तरफ अंधेरा कर दिया था. लेकिन वो ज्यादा नहीं निकला. इस ज्वालामुखी से लावा ज्यादा निकल रहा है. शुरुआत में ऐसा लगा था कि इस ज्वालामुखी की वजह से बहुत बड़ी सुनामी की लहर आ सकती है जो पूरे पूर्वी यूरोप को चपेट में ले सकती है, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. (फोटोः रॉयटर्स)
बहुत बड़ी सुनामी की आशंका के पीछे एक साइंटिफिक स्टडी है जो साल 2001 में की गई थी यह स्टडी जियोफिजिकल रिसर्च लेटर्स में प्रकाशित हुई थी. जिसमें कहा गया था कि अगर ज्वालामुखी में फिर विस्फोट हुए तो इस पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा टूटकर अटलांटिक महासागर में गिरेगा, जो करीब 150 से 500 क्यूबिक किलोमीटर क्षेत्रफल का हो सकता है. इससे अटलांटिक महासागर में करीब 82 फीट ऊंची लहरें उठेंगी तो अमेरिका की तट तक जाएंगी. (फोटोः रॉयटर्स)