पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने तेजस एलसीए मार्क 2 फाइटर जेट (Tejas Mk2) को हरी झंडी मिली थी. अब इसके प्रोटोटाइप को बनाने की अनुमति मिल गई है. इस स्वदेशी मल्टीरोल सुपरसोनिक फाइटर जेट्स की पहली उड़ान दो दिसंबर 2024 में होगी. साल 2027 से उनका उत्पादन शुरू हो जाएगा. इन विमानों के आने से पुराने वायुसेना के विमानों को हटाया जा सकेगा.
तेजस मार्क 2 एक अत्याधुनिक 17.5 टन का सिंगल इंजन वाला सुपरसोनिक एयरक्राफ्ट है. वायुसेना में इसके आने से पुराने मिराज 2000, जगुआर और मिग-29 एयरक्राफ्ट्स को हटाने में मदद मिलेगी. साल 2027 से उसका पूरा उत्पादन शुरू हो जाएगा.
तेजस मार्क 2 के प्रोटोटाइप का विकास एक साल में हो जाएगा. इसी दौरान हम इसके ट्रायल्स और अन्य विकासात्मक कार्य पूरा कर लेंगे. DRDO को लगता है कि अगर एवियोनिक्स और अन्य क्षमताओं की बात करें तो इसे राफेल क्लास एयरक्राफ्ट की श्रेणी में रखा जा सकता है. जबकि इसका वजन कम है.
DRDO फिलहाल तेजस मार्क 2 में GE-414 इंजन लगाएगा. यह GE-404s का एडवांस वर्जन होगा. यह इंजन फिलहाल 83 LCA Mark 1A में लगे हुए हैं. फिलहाल भारतीय वायुसेना के पास 30 LCA तेजस विमान मौजूद हैं.
तेजस मार्क 2 फाइटर जेट में एक या दो क्रू बैठ सकेंगे. लंबाई 47.11 फीट होगी. विंगस्पैन 27.11 फीट और ऊंचाई 15.11 फीट होगी. अधिकतम टेकऑफ वजन 17,500 किलोग्राम होगा. यह अपने साथ 6500 किलोग्राम वजन के हथियार उठाकर उड़ सकेगा.
तेजस मार्क 2 फाइटर जेट की सबसे बड़ी ताकत होगी उसकी गति. यह अधिकतम 2385 km/घंटा की स्पीड से उड़ेगा. यानी दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फाइटर जेट्स की गति को टक्कर देगा. इसकी कुल रेंज 2500 km है जबकि कॉम्बैट रेंज 1500 km होगी. यह अधिकतम 56,758 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकेगा.
इसमें 13 हार्ड प्वाइंट्स होंगे यानी 13 अलग-अलग प्रकार के हथियार या फिर उनका मिश्रण लगाया जा सकता है. इसमें हवा से हवा में मार करने वाली MICA, ASRAAM, Meteor, Astra, NG-CCM, हवा से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस-NG ALCM, LRLACM, स्टॉर्म शैडो, क्रिस्टल मेज लगाने की योजना है. एंटी-रेडिएशन मिसाइल रुद्रम 1/2/3 लगाया जाएगा. इसमें प्रेसिशन गाइडेड म्यूनिशन यानी बम भी लगाए जाएंगे. (फोटोः ट्विटर/idrw)
इन प्रेसिशन गाइडेड म्यूनिशन में शामिल हैं स्पाइस, HSLD-100/250/450/500, DRDO Glide Bombs, DRDO SAAW. लेजर गाइडेड बमों में सुदर्शन बम लगाया जाएगा. इसके अलावा क्लस्टर म्यूनिशन, लॉयटरिंग म्यूनिशन कैट्स अल्फा और अनगाइडेड बम लगाए जा सकते हैं. (फोटोः ट्विटर/idrw)
LCA Mark 2 फाइटर जेट में जो एवियोनिक्स लगे हैं वो उसे दुश्मन का पता लगाने. हमलों से बचने में मदद करेंगे. इसमें LRDE Uttam AESA Radar, DARE Unified Electronic Warfare Suite (UEWS), DARE Dual Colour Missile Approach Warning System (DCMAWS) और DARE Targeting pod लगे होंगे. (फोटोः ट्विटर/idrw)