आज उस महिला ने स्पेस में जाकर इतिहास बनाया है, जिन्हें 60 साल पहले NASA ने महिला होने के नाते अंतरिक्ष की यात्रा पर जाने नहीं दिया था. जबकि, वो नासा के मर्करी-13 (Mercury-13) मिशन की पायलट थीं. लेकिन जब अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस (Jeff Bezos) वैली फंक (Wally Funk) के पास उन्हें एक सीट का ऑफर देने पहुंचे तो उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष उड़ान की उनकी 60 साल की ख्वाहिश अब पूरी होने वाली है. (फोटोः ब्लू ओरिजिन)
82 वर्षीय वैली फंक न्यू शेफर्ड (New Shepard) कैप्सूल से आज जेफ बेजोस, मार्क बेजोस और ओलिवर डैमेन के साथ अंतरिक्ष की यात्रा पर रवाना हुईं और सुरक्षित लौट आईं. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने मर्करी-13 प्रोजेक्ट के लिए महिलाओं का चयन किया था. उन्हें पायलट की ट्रेनिंग भी दी गई थी. वैली फंक किसी भी पुरुष एस्ट्रोनॉट की तरह प्रशिक्षित और निपुण थीं. लेकिन वैली के साथ मर्करी-13 प्रोजेक्ट में शामिल किसी भी महिला को अंतरिक्ष यात्रा की अनुमति नहीं दी गई. क्योंकि वो महिला थीं. वो कभी एस्ट्रोनॉट नहीं बन पाईं. (फोटोः ब्लू ओरिजिन)
स्मिथसोनियन नेशनल एयर एंड स्पेस म्यूजिय में स्पेस हिस्ट्री डिपार्टमेंट की क्यूरेटर मार्ग्रेट वीटकैंप ने कहा कि वैली फंक ने अपने अंतरिक्ष उड़ान के सपने को कभी भी खत्म होने नहीं दिया. मार्ग्रेट ने नासा में महिलाओं को शामिल किए जाने की कहानी पर एक किताब लिखी है. वो कहती हैं कि अगर इस बार वैली यात्रा करती हैं, तो यह उनके सपने का पूरा होना होगा. साथ ही उस समय की एक महिला का सम्मान होगा, जो एक टैलेंटेड एस्ट्रोनॉट बन सकती थी. (फोटोः गेटी)
Our astronauts have completed training and are a go for launch. #NSFirstHumanFlight pic.twitter.com/rzkQgqVaB6
— Blue Origin (@blueorigin) July 19, 2021
वैली कहती हैं कि उनके पास 19,600 घंटे विमान उड़ाने का अनुभव है. मैंने नासा प्रबंधन से उस समय कहा था कि मुझे एस्ट्रोनॉट बनना है, अंतरिक्ष में पुरुषों की तरह उड़ान भरनी है. लेकिन वो लोग नहीं माने. उन्होंने कहा कि इससे पहले कभी कोई महिला नहीं गई. लेकिन मेरी लड़ाई जारी रही. जब जेफ बेजोस ने मेरे पास आकर यह बताया कि वो मुझे अंतरिक्ष की यात्रा कराना चाहते हैं, तब मुझे लगा कि ये मेरा 60 साल पुराना सपना पूरा होने जा रहा है. मैंने खुशी से जेफ को गले लगा लिया. (फोटोः एपी)
वैली फंक न्यू शेफर्ड (New Shepard) कैप्सूल के जरिए अंतरिक्ष की यात्रा करने वाली दुनिया की सबसे बुजुर्ग एस्ट्रोनॉट और सबसे बुजुर्ग महिला एस्ट्रोनॉट बन गईं. वैली फंक नासा की पहली महिला एस्ट्रोनॉट समूह की सदस्य थीं. उन्हें एस्ट्रोनॉट का दर्जा तो दिया गया लेकिन कभी भी अंतरिक्ष की उड़ान में शामिल नहीं किया गया. जबकि, 1978 से नासा ने महिलाओं को अंतरिक्ष उड़ान के लिए अनुमति दे दी. (फोटोः एपी)
मार्ग्रेट वीटकैंप ने कहा कि नासा ने कभी भी महिलाओं को अंतरिक्ष उड़ान पर ले जाने के लिए उनकी शारीरिक क्षमता की जांच नहीं कराई. यह किसी निजी कंपनी का काम था. वैली फंक जब अपने 20 साल की उम्र वाले दशक में थीं, तब भी वो एक शानदार पायलट थीं. लेकिन 1960 में जब उन्होंने महिला पायलट जेरी कॉब के बारे में पढ़ा कि उन्होंने अंतरिक्ष उड़ान के लिए अपने शरीर की जांच कराई है. तब वैली फंक को ये बात बुरी लगी कि महिलाओं को अंतरिक्ष में जाने के लिए रोका जा रहा है. (फोटोः गेटी)
Safety is and will always be our top priority. Hear from Gary Lai and Laura Stiles about our approach to safety and reliability. Watch the #NSFirstHumanFlight launch live on https://t.co/7Y4TherpLr pic.twitter.com/xiHJpOyQ2p
— Blue Origin (@blueorigin) July 19, 2021
इन जांच को विलियम रैंडोल्फ लवलेस नाम के व्यक्ति और उसकी टीम ने NASA के लिए करवाया था. उनका मकसद ये था कि महिलाओं की जांच करके उनकी ताकत और कमजोरियों का पता किया जा सके. नासा अपने मिशन के लिए मिलिट्री टेस्ट पायलटों की भर्ती करता था. इसके बाद महिला पायलटों की जांच की गई ताकि ये पता चल सके कि स्पेस फ्लाइट के दौरान किस तरह का प्रभाव पड़ेगा. (फोटोः गेटी)
मार्ग्रेट ने बताया कि विलियम रैंडोल्फ लवलेस चाहता था कि महिलाएं सिर्फ नासा के ऑफिस में सेक्रेटरी और टेलिफोन ऑपरेटर बनकर रहें. इसलिए उसने महिलाओं को स्पेस फ्लाइट के लिए मना किया. इस जांच में उसने महिलाओं के शरीर की संवदेनशीलता, पेट में एसिड फॉर्मेशन, ब्लड प्रेशर आदि की जांच की. उसकी रिपोर्ट के आधिकारिक तौर पर नासा ने नहीं माना, लेकिन महिलाओं को उस समय अंतरिक्ष की यात्रा पर नहीं भेजा गया. (फोटोः गेटी)
साइंस जर्नलिस्ट सु नेल्सन ने वैली फंक पर एक किताब 'वैली फंक्स रेस फॉर स्पेस' लिखी है. सु नेल्सन कहती हैं कि वैली अत्यधिक प्रतियोगी मानसिकता की थीं. वो कोई आम पायलट नहीं थी. उन्हें एस्ट्रोनॉट सिर्फ इसलिए बनना था कि वो अंतरिक्ष में उड़ान भरकर महिलाओं का नाम ऊंचा कर सकें. वो उन 12 महिलाओं में शामिल थीं, जिन्हें विलियम रैंडोल्फ की जांच से गुजरना पड़ा था. वैली फंक हर बार टेस्ट क्लियर कर लेती थीं. लेकिन इसके बावजूद नासा ने उन्हें चार बार अंतरिक्ष की यात्रा से रोका. आखिरकार 1983 में सैली राइड अंतरिक्ष में उड़ान भरने वाली पहली अमेरिकी महिला बनीं. (फोटोः रॉयटर्स)
Our first human flight on Tuesday will be the 16th flight in #NewShepard’s history. Learn about the meticulous & rigorous launch program that brought us to this first step. Watch the launch live on https://t.co/7Y4TherpLr, starting at 6:30 am CDT / 11:30 UTC. #NSFirstHumanFlight pic.twitter.com/xWQRYLikZd
— Blue Origin (@blueorigin) July 18, 2021
उड़ान से पहले वैली फंक ने कहा था कि मैं अंतरिक्ष उड़ान के लिए 60 साल से इंतजार कर रही हूं. जेफ ने जब मुझे ब्लू ओरिजिन की उड़ान के बारे में बताया तो मेरे पेट में गूजबंप्स आने लगे. मेरी आंखों से आंसू आ गए. मैं तो पुराने जमाने की एस्ट्रोनॉट हूं. लेकिन न्यू शेफर्ड आधुनिक रॉकेट-कैप्सूल है. देखती हूं कि आज मेरे साथ क्या होता है. (फोटोः गेटी)