नासा के एडमिनिस्ट्रेटर ने कहा है कि ब्लू ओरिजिन कंपनी के मालिक जेफ बेजोस की वजह से उनके मून प्रोग्राम यानी चंद्र मिशन में देरी हो रही है. इसकी वजह है जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू ओरिजिन द्वारा फाइल किया गया कानूनी केस. नासा असल में अपने चांद और मंगल के लिए तय मिशन के लिए ह्यूमन लैंडिंग सिस्टम्स कॉन्ट्रैक्ट के जरिए तीन कंपनियों को मौका दे रहा है. ये कंपनियां हैं एलन मस्क की स्पेसएक्स, जेफ बेजोस की ब्लू ओरिजिन और रिचर्ड ब्रैनसन की वर्जिन गैलेक्टिक. तीनों कंपनियों द्वारा बनाए गए ह्यूमन लैंडिंग सिस्टम की सफलता पर ही इन्हें यह मिशन दिया जा सकता है. (फोटोःगेटी)
नासा के एडमिनिस्ट्रेटर बिल नेल्सन ने कहा कि जस्टिस डिपार्टमेंट में नासा के वकील मामले को देख रहे हैं. बिल नेल्सन एक विज्ञान वेबसाइट को इंटरव्यू दे रहे थे. उनसे पूछा गया था कि क्या जेफ बेजोस की कंपनी द्वारा फाइल किए गए कानूनी केस की वजह से आपके मून मिशन में देरी हो रही है. तब इस पर उन्होंने कहा कि हां ये बात सही है कि बेजोस की कंपनी द्वारा फाइल किए गए लॉसूट की वजह से ऐसा हो रहा है. (फोटोःगेटी)
बिल नेल्सन ने कहा कि नासा ऐसी मामले नहीं देखता. वह वैज्ञानिक प्रयोगों में लगा रहता है. लेकिन जब हमने इस बारे में अपने वकीलों से बात की तो पता चला कि वो जस्टिस डिपार्टमेंट में इस मामले में नासा का पक्ष रखेंगे. उन्हें अगले दो हफ्ते के सारे शेड्यूल पता हैं. वो वकील ही कोर्ट में जेफ बेजोस की कंपनी को सही और उपयुक्त जवाब देंगे. (फोटोःगेटी)
आपको बता दें कि नासा (NASA) के ह्यूमन लैंडिंग सिस्टम्स (HLS) विकसित करने के लिए अभी तक सिर्फ एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी स्पेसएक्स (SpaceX) को इस साल अप्रैल में कॉन्ट्रैक्ट मिला है. जिसकी वजह से ब्लू ओरिजिन (Blue Origin) कंपनी नाराज हो गई. जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू ओरिजिन ने काफी प्रयास किया कि नासा द्वारा स्पेसएक्स को कॉन्ट्रैक्ट दिए जाने के फैसले को पलट दिया जाए. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. (फोटोःगेटी)
ब्लू ओरिजिन कंपनी चाहती थी कि एलन मस्क की कंपनी को दिए गए कॉन्ट्रैक्ट को प्लान-बी के तौर पर नासा रखे. अब इस केस के कोर्ट में जाने के बाद इससे संबंधित सारे काम रोक दिए गए हैं. ऐसा नहीं है कि ब्लू ओरिजिन कंपनी ही अकेले इस मामले का विरोध कर रही है. इसके साथ इसकी पार्टनर कंपनी डायनेटिक्स भी मई में नासा का विरोध कर चुकी है. ऐसा पहली बार हुआ है जब नासा के किसी कॉन्ट्रैक्ट को बीच में रुकना पड़ा है. (फोटोःगेटी)
नासा (NASA) साल 2024 में चांद पर इंसानों की फिर से लैंडिंग कराना चाहता है. इसके लिए ही उसने प्राइवेट कंपनियों से HLS बनाने की मांग की थी. हालांकि, नासा प्रमुख बिल नेल्सन स्पेससूट बनने की देरी को लेकर कोई तय तारीख नहीं बता पाए. न ही उन्होंने यह बताया कि इस प्रोजेक्ट के लिए कांग्रेस से पर्याप्त फंड मिल रहे हैं या नहीं. ये बात सच है कि नासा द्वारा चांद पर इंसान पहुंचाना आसान नहीं होगा, क्योंकि इस केस की वजह से नासा के हाथ बंध गए हैं. (फोटोःगेटी)
— Futurism (@futurism) September 2, 2021
पिछले साल मई में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने चंद्रमा की यात्रा के लिए तीन कंपनियों को चुना था. इसमें स्पेसएक्स, ब्लू ओरिजिन और डायनेटिक्स शामिल हैं. ब्लू ओरिजिन इस डील की प्राथमिक कैंडिडेट हैं. इसकी टीम में लॉकहीड मार्टिन, नॉर्थोप ग्रुम्मेन और ड्रेपर हैं. चांद पर जाने वाला इनका लैंडर तीन स्टेज का होगा. इसमें बीई-7 क्रायोजेनिक इंजन लगा होगा. लॉकहीड क्रू केबिन बनाएगा. नॉर्थोप ग्रुमेन कार्गो और फ्यूल मॉडल और ड्रेपर नाम की कंपनी गाइडेंस, नेविगेशन, कंट्रोल्स और एवियोनिक्स बनाएगा. (फोटोःगेटी)
जेफ बेजोस की कंपनी ब्लू ओरिजिन एक नया रॉकेट भी बना रही है, जिसका नाम है न्यू ग्लेन (New Glenn). जिसे लेकर कंपनी का मानना है कि इसका उपयोग अमेरिकी सरकार और व्यावसायिक कंपनियां सैटेलाइट्स को कक्षा में जाने के लिए कर सकती हैं. संभवतः इस रॉकेट की मदद से अंतरिक्ष की गहराइयों में यात्रा भी की जा सकती है. ब्लू ओरिजिन की उम्मीद है कि उसे साल 2024 में नासा के चांद पर जाने वाले मिशन में भी हिस्सा लेने को मिलेगा. हालांकि अभी इस मिशन में नासा ने सिर्फ SpaceX को चुना है. (फोटोःगेटी)
NASA ने कहा था कि ब्लू ओरिजिन हमेशा से चंद्रमा या अन्य मिशन के लिए कड़ा प्रतियोगी है. वह कभी भी अपनी दावेदारी कर सकता है. जेफ बेजोस ने ब्लू ओरिजिन को लेकर कहा था कि यह मेरी जिंदगी का सबसे जरूरी और बड़ा काम है. हालांकि उन्होंने यह कभी नहीं कहा कि वो कभी अंतरिक्ष की यात्रा पर जाएंगे. (फोटोःगेटी)