अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने जोबी एविएशन की इलेक्ट्रिकल उड़ने वाली कार का फ्लाइट टेस्ट शुरू कर दिया है. जोबी एविएशन ने इस उड़ने वाली कार का नाम रखा है eVTOL यानी ऑल इलेक्ट्रिक टेकऑफ एंड लैंडिंग एयरक्राफ्ट. जोबी एविएशन ने यह कार नासा के राष्ट्रीय एडवांस्ड एयर मोबिलिटी कैंपेन के तहत बनाई है. इस उड़ने वाली कार की फ्लाइट टेस्टिंग 10 सितंबर 2021 तक चलेगी. टेस्टिंग कैलिफोर्निया के बिग सुर स्थित जोबी इलेक्ट्रिक फ्लाइट में बस में चल रही है. (फोटोः जोबी एविएशन)
ऐसा पहली बार हुआ है कि नासा अपने राष्ट्रीय कैंपेन के तहत किसी इलेक्ट्रिक उड़ने वाली कार का टेस्ट करने जा रही है. eVTOL एयरक्राफ्ट को एयरटैक्सी के तौर पर उड़ाया जाएगा. ये शहरों के बीच और शहरों के अंदर उड़ने के लिए तैयार की गई है. इसमें लोग और सामान दोनों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचाया जा सकता है. (फोटोः जोबी एविएशन)
फ्लाइट टेस्ट के दौरान NASA इस उड़ने वाली कार का परफॉर्मेंस देखेगी. साथ ही इससे मिलने वाले डेटा की बदौलत भविष्य के लिए नए विमानों और उड़ने वाली कारों की मॉडलिंग और सिमुलेशन तैयार करेगी. इससे यह भी पता चलेगा कि फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन के नियमों में कहां और किस तरह के बदलाव करने हैं. ताकि ऐसी एयर टैक्सी सेवाओं को मान्यता दी जा सके. (फोटोः जोबी एविएशन)
नासा के एडवांस्ड एयर मोबिलिटी (AAM) कैंपेन के प्रमुख डेविड हैकेनबर्ग ने कहा कि इस राष्ट्रीय मिशन के तहत हम देश भर में भविष्य की विमानन सेवाओं की उपयोगिता की जांच कर रहे हैं. अगर यह सफल होता है तो अगले कुछ सालों में ऐसी सेवाएं पूरे देश में देखने को मिलेंगी. इसका फायदा देश और विदेश से आए लोगों को होगा. साथ एविएशन इंडस्ट्री में एक नया आंदोलन होगा. (फोटोः जोबी एविएशन)
ऐसा माना जा रहा है कि अगर नासा के फ्लाइट टेस्ट में eVTOL एयरक्राफ्ट सफल होता है तो साल 2022 के अंत तक इसे देश में नागरिक विमानन सेवाओं की शुरुआत करने की अनुमति मिल सकती है. इससे अमेरिका में एक नई एविएशन इंडस्ट्री खड़ी हो जाएगी. लेकिन इस टेस्ट को पास करना आसान नहीं होगा, क्योंकि टेस्ट के दौरान एयरक्राफ्ट की तकनीक, उड़ान के तरीके, आवाज, प्रदूषण का स्तर, संचार की व्यवस्था, इमरजेंसी प्रणालियों समेत सैकड़ों जांच की जाएगी. (फोटोः जोबी एविएशन)
NASA की टीम ने eVTOL एयरक्राफ्ट की उड़ान परीक्षण के दौरान 50 से ज्यादा माइक्रोफोन का उपयोग करेगा, ताकि आवाज से यह पता कर सके कि इससे क्या फायदे होंगे और नुकसान होगा. जैसे ये कितना ध्वनि प्रदूषण करेगा. दूसरी तरफ जोबी एविएशन के संस्थापक और सीईओ जोबेन बीवर्ट ने कहा है कि हमें पूरा भरोसा है कि हमारा प्लेन नासा के टेस्ट में पास होगा. (फोटोः जोबी एविएशन)
जोबेन बीवर्ट ने कहा कि हमने 10 साल इस प्रोजेक्ट पर काम किया है. इसकी उड़ान भी की है. यह बेहद सफल उड़ने वाली कार है. इसे आप शहरों के बीच उड़ा सकते हैं. एक शहर से दूसरे शहर ले जा सकते हैं. इसकी मदद से कार्गो या कोरियर भी भेजा जा सकता है. हम नासा के एडवांस्ड एयर मोबिलिटी (AAM) कैंपेन से जुड़कर काफी खुश हैं. एक बात तो पक्की है कि हम जब इस टेस्ट में सफल होंगे तब पूरे देश में हमारी सेवाएं तेजी से विस्तार करेंगी. (फोटोः जोबी एविएशन)