दुनिया भर के खूबसूरत और विचित्र पक्षियों को पिछाड़कर जिस जीव को 'Bird Of The Year Award 2021' दिया गया है, वो एक चमगादड़ है. बर्ड ऑफ द ईयर का अवॉर्ड एक ऑनलाइन पोल के जरिए किया गया. जिस पक्षी को सबसे ज्यादा वोट मिलते हैं, उसे यह सम्मान दिया जाता है. लेकिन चमगादड़ को यह अवॉर्ड मिलने के बाद काफी ज्यादा बहस हो रही है. क्योंकि चमगादड़ों ने पिछले दो साल में दुनिया को तबाह करने वाली महामारी को जन्म दिया था. आइए जानते हैं कि आखिरकार इस चमगादड़ को यह सम्मान क्यों मिला? (फोटोः गेटी)
न्यूजीलैंड में लॉन्ग टेल्ड बैट यानी लंबी पूंछ वाला चमगादड़ रहता है. यह सिर्फ वहीं पाया जाता है. हैरानी की बात तो ये है कि पक्षियों को मिलने वाला यह सम्मान पहली बार किसी स्तनधारी को मिला है. लॉन्ग टेल्ड बैट (Long Tailed Bat) को स्थानीय भाषा में पेकापेका-तोउ-रोआ (Pekapeka-tou-roa) कहा जाता है. इस चमगादड़ की प्रजाति न्यूजीलैंड में गंभीर तौर पर खतरे में है. (फोटोः गेटी)
इस पक्षी को सम्मान मिलने के बाद सोशल मीडिया पर कुछ लोग नाराज भी हुए. लोगों ने कहा कि अब यह देश बैटी (Batty) हो गया है. पक्षियों से प्रेम करने वाले लोग कह रहे हैं कि यह चुनाव सही नहीं है. बर्ड ऑफ द ईयर अवॉर्ड देने में धोखाधड़ी की गई है. कुछ लोगों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर यह भी कहा कि यह चमगादड़ों का पीआर रिलेशन है. क्योंकि पिछले दो सालों से उनकी बदनामी हो रही थी. (फोटोः गेटी)
बर्ड ऑफ द ईयर अवॉर्ड को आयोजित करने वाली संस्था फॉरेस्ट एंड बर्ड (Forest and Bird) ने सफाई देते हुए कहा कि चमगादड़ को यह अवॉर्ड देकर हम कोरोना वायरस से संबंधित उसकी खराब इमेज को सुधारना नहीं चाहते. संस्था की प्रवक्ता ने कहा कि लोगों ने वोट किया है, उसमें हम कुछ नहीं कर सकते. वोट का आधार प्रीडेटर कंट्रोल, हैबिटेट रेस्टोरेशन और क्लाइमेट एक्शन के आधार पर भी होता है. साथ ही यह भी देखा जाता है कि किसी जीव को बचाया कैसे जा रहा है. (फोटोः गेटी)
बर्ड ऑफ द ईयर अवॉर्ड इसलिए आयोजित किया जाता है ताकि न्यूजीलैंड में खत्म हो रहे जीवों की प्रजातियों को बचाने की मुहिम चलाई जा सके. उनके बारे में जागरुकता फैलाई जा सके. लंबी पूंछ वाला चमगादड़ असल में सिर्फ अंगूठे के आकार का होता है. इसने फ्लाइटलेस पैरट यानी न उड़ने वाले तोते, जिसे काकापो (Kakapo) को हराकर यह अवॉर्ड हासिल किया है. कुल 56,700 लोगों ने वोट किया, जिसमें से 7 हजार से ज्यादा वोट चमगादड़ को मिले. काकापो को 4 हजार से ज्यादा वोट मिले थे. (फोटोः गेटी)
ऐसा पहली बार नहीं है कि जब बर्ड ऑफ द ईयर अवॉर्ड विवादों में नहीं आया है. इससे पहले साल 2019 में भी वोटिंग के दौरान सैकड़ों वोट रूस से हुए थे. जिसकी वजह से वोटिंग के फ्रॉड की आशंका जताई थी. बाद में आयोजनकर्ताओं ने स्पष्ट किया कि वोटिंग करने वाले रूसी पक्षी प्रेमी थे. वो कोई हैकर नहीं थे. (फोटोः गेटी)
A huge congratulations to the pekapeka long-tailed bat for winning #BirdoftheYear 2021! 🦇🏆
— Forest & Bird (@Forest_and_Bird) October 31, 2021
Despite being our only endemic land mammal, most people don't even know they exist, which makes their win even more outstanding. pic.twitter.com/dZEMNn7t5H
असल में पेकापेका-तोउ-रोआ (Pekapeka-tou-roa) चमगादड़ कई तरह के कीड़ों का शिकार बन जाता है, जैसे पोसम्स, स्टोट्स, चूहे और बिल्लियां. इनकी प्रजाति खतरे में है, लोगों ने वोट करते समय इन पर होने वाले शिकारी हमलों, रहने के स्थान की समस्या, खाने-पीने की दिक्कत आदि का ध्यान रखना होता है. (फोटोः गेटी)